भाजपा शासित गुजरात के साथ जुड़ाव को लेकर अपने आलोचकों पर पलटवार करते हुए बॉलीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन ने शुक्रवार को कहा कि वह राज्य में पर्यटन प्रचार कर रहे हैं, न कि उसके मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी का और उन्हें ऐसा करने से कोई रोक नहीं सकता.
बच्चन ने अपने ताजा ब्लॉग में लिखा है, ‘मैं राजनीति या मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी के शासन का या व्यक्तिगत तौर पर नरेंद्र मोदी का प्रचार नहीं कर रहा हूं. गुजरात मोदी का नहीं है. यह भारत का है और अपने देश का नागरिक होने के नाते मुझे अपने देश के किसी भी हिस्से का प्रचार करने का संवैधानिक अधिकार है.’
उन्होंने कहा, ‘मैं देखना चाहता हूं कि कौन मुझे उसके महिमामंडन से रोक रहा है. मुझपर हमला करें, मुझे गाली दें, मुझे सूली पर चढ़ा दें, जो करना चाहते हैं करें. मैं नहीं रुकुंगा. मैं ऐसा करने जा रहा हूं.’ उन्होंने कहा कि मोदी लोकतांत्रिक रूप से निर्वाचित और संवैधानिक रूप से राज्य के प्रमुख नियुक्त किए गए हैं. बच्चन ने कहा, ‘अगर लोगों को उनसे समस्या है तो आप उन्हें क्यों निर्वाचित करते हैं. अगर उन्होंने कुछ गलत किया है तो कानूनी जांच कराई जाए और देश के कानून को अपना काम करने दिया जाए. हम उसका सम्मान करेंगे और हमारी देश के कानून में आस्था है.’
उन्होंने लिखा है, ‘लेकिन अगर आप उसके मुख्यमंत्री मोदी में गलती पाकर गुजरात के साथ मेरे जुड़ने पर मुझे गाली देते हैं या मुझपर हमला करते हैं तो कृपया उन सबको भी गाली दें या उनपर हमला करें, जिन्होंने खुद को गुजरात से जोड़ा है.’ बच्चन ने बांद्रा वरली सी लिंक कार्यक्रम में अपनी उपस्थिति के लिए कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराये जाने को बेकार कहकर खारिज कर दिया है. उन्होंने कहा कि सोनिया गांधी की पार्टी के पास उनका अनादर करने की बजाय कई और मुद्दे हैं.
अमिताभ ने अपने ताजा ब्लाग पोस्ट में लिखा है, ‘मीडिया इस विवाद के लिए कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराने का प्रयास कर रहा है और यह मुझे बदनाम करने के लिए जानबूझकर बेकार की बातें की जा रही हैं. कांग्रेस एक बड़ा संगठन है और इसने देश के राजनैतिक इतिहास में सर्वाधिक समय तक शासन किया है और वह अब भी शासन कर रही है.’ उन्होंने कहा, ‘उसके पास मुझे नीचा दिखाने के बजाय अनेक महत्वपूर्ण और बेशकीमती मुद्दे हैं. यह धारणाएं और आरोप जो मीडिया की ओर से फैलाई जा रही हैं वो बिल्कुल गलत हैं और इनका कोई मतलब नहीं है. इन्हें मेरी स्वीकार्यता नहीं है और न ही मेरा इसमें विश्वास है.’