मंगलवार को किल दिल के अभिनेता रणवीर सिंह ने फेसबुक पर मुंबई के एक अखबार की अनैतिक, ऊटपटांग और दुखभरी कहानी प्रकाशित करने के लिए आलोचना की है. सिंह ने यह फेरी टेल बनाने के लिए गैर जिम्मेदार अखबार और पत्रकारिता को जिम्मेदार ठहराया है.
हाल ही में एक अखबार में दीपिका पादुकोण के डिप्रेशन अनुभव को जाहिरा तौर पर ब्यान किया था. दरअसल अभिनेता रणवीर सिंह भी इसी अवधि के दौरान बहुत उदास थे.
रणवीर सिंह ने अपने फेसबुक पेज पर लिखा कि इन खबरों को अब मीडिया द्वारा ना उछाला जाए. इन खबरों का काफी इफेक्ट पड़ रहा है और साथ ही दीपिका भी काफी परेशान हो रही हैं. यह सब सिर्फ एक इंसान को बेशर्म और बदनाम करने के लिए असंबंधित कहानियां कनेक्ट करने के लिए किए गए थे. फेसबुक पोस्ट में सिंह ने यह भी कहा, जाहिर है मेरे साथ इस 'द न्यूज ' और डायरी नें मेरी प्रतिनिधियों में से किसी एक की अनैतिक सच्चाई की जांच करने के लिए परेशान नहीं किया.
सोमवार को कहानी पोस्ट होने के साथ शुरू: अब यह कहा जा सकता है कि अभिनेत्री (दीपिका) ने अपने बारे में बात करने और उसकी हालत के बारे में जागरूकता पैदा करने के लिए क्यों चुना.
यह सच है दीपिका ने देखा कि रणवीर अपने एक दोस्त की आत्महत्या को लेकर परेशान है, उसको मदद की जरूरत है. इसलिए दीपिका ने उसे दुख भरे पलों में सहारा दिया. दरअसल अपने दोस्त की मौत के बाद से वह खुद को कहीं न कहीं जिम्मेदार ठहरा रहे हैं. उन्हें इस बात का बेहद दुख है कि वो अपने दोस्त को नहीं बचा सके.
सिंह का कहना है कि इससे पहले कि उसका कोई परिवार का सदस्य या कोई दोस्त उस तक पहुंचता तब तक उसने ट्रिगर खींच लिया था. सिर्फ उसके साथ वहां नहीं होने के लिए सिंह ने खुद को दोषी ठहराया.
हाल ही में खबरों में छाए सिंह ने अपने फेसबुक पोस्ट में कहा कि इन क्लासिक मामलों में गैर जिम्मेदार पत्रकारिता पूरी तरह जिम्मेदार है. क्या कोई जवाबदेही है? या कलम के आतंक कलम की शक्ति है ?
पादुकोण ने खुद बताया कि कैसे उसका कैरियर संपन्न था और जब डिप्रेशन की शिकार हुई तो इसका बॉलीवुड पर क्या असर हुआ. उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें अपना और साथ ही एक दोस्त के डिप्रेशन में आत्महत्या करने का अनुभव है जिसने उन्हें इस मुद्दे पर चर्चा करने के लिए प्रोत्साहित किया.