बॉलीवुड एक्टर अनुपम खेर फिल्म एंड टीवी इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (FTII) पुणे के नए चेयरमैन होंगे. उनकी नियुक्ति की घोषणा बुधवार को की गई है. उन्हें 2004 में पद्मश्री और 2016 में पद्म भूषण का सम्मान दिया गया था. रिपोर्ट्स के मुताबिक अनुपम, गजेंद्र चौहान की जगह लेंगे. गजेंद्र की नियुक्ति पर जब विवाद शुरू हुआ था तो अनुपम ने भी सवाल उठाए थे.
हालांकि उन्होंने सीधी टिप्पणी से बचते हुए कहा था, 'गजेंद्र चौहान के बारे में कोई व्यक्तिगत टिप्पणी नहीं करेंगे क्योंकि वह उन्हें व्यक्तिगत तौर पर नहीं जानते हैं. लेकिन अगर FTII जैसे संस्थान के अध्यक्ष पद पर नियुक्ति के लिए जरूरी योग्यता की बात की जाए तो गजेंद्र चौहान निश्चय ही इस नियुक्ति के लिए योग्य उम्मीदवार नहीं माने जा सकते हैं.'
अनुपम की पत्नी किरण खेर चंडीगढ़ से बीजेपी की सांसद भी हैं. अनुपम खेर को इस पद के लिए चुने जाने पर किरण खेर ने उन्हें ट्विटर पर बधाई दी है. किरण ने ट्वीट किया, 'FTII चेरयरमैन बनने के लिए आपको बहुत-बहुत बधाई, मैं जानती हूं कि आप शानदार काम करेंगे.'
गजेंद्र कब बने थे चेयरमैन
गजेंद्र को एनडीए सरकार ने 9 जून 2015 को FTII का चेयरमैन बनाया गया था. तब उनकी नियुक्ति का काफी विरोध हुआ था. छात्रों ने करीब 139 दिनों तक प्रदर्शन किया था. गजेंद्र ने क्या प्रतिक्रया दी चेयरमैन का कार्यकाल तीन साल का होता है. गजेंद्र इस पद पर सिर्फ 13 महीने ही रह पाए. उन्होंने कहा, '9 जून 2015 को जब मेरी नियुक्ति हुई थी तो मेरा कार्यकाल चार मार्च 2014 से गिना गया. मैंने 7 जनवरी 2016 को ज्वाइन किया और 3 मार्च 2017 को मेरा कार्यकाल खत्म हो गया.'
500 से ज्यादा फिल्मों और थिएटर प्ले में काम
अनुपम ने करीब 500 से ज्यादा फिल्मों और थिएटर प्ले में काम किया है. वो कई इंटरनेशनल फिल्म से भी जुड़े रहे हैं. उनकी इंटरनेशनल फिल्म 'बेंड इट लाइक बेकहम' को साल 2002 में गोल्डन ग्लोब के लिए नॉमिनेट किया गया था. अनुपम ने पांच बार कॉमिक रोल के लिए बतौर बेस्ट एक्टर फिल्मफेयर अवॉर्ड जीता है. नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा के स्टूडेंट रहे अनुपम खेर एक्टर्स प्रिपेयर्स इंस्टीट्यूट के चेयरमैन भी हैं. कश्मीरी परिवार में जन्में अनुपम खेर ने साल 1982 में फिल्म 'आगमन' से बॉलीवुड में डेब्यू किया. उनकी बेहतरीन फिल्मों सारांश, राम लखन, डैडी, मैंने गांधी को नहीं मारा, लम्हें, दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे, हम आपके हैं कौन जैसी कई शानदार फिल्में शामिल हैं.
ख़त्म हो चुका है गजेंद्र का कार्यकाल
इस साल मार्च महीने में गजेंद्र का कार्यकाल खत्म होना था जिसके चलते इंस्टीट्यूट के चेयरमैन के रूप में नए चेहरे की तलाश हो रही थी. हालांकि FTII चेयरमैन के कार्यकाल की अवधि तीन साल की होती है. इस दौरान इंस्टीट्यूट में कई बड़े बदलाव किए गए जो कि विवाद का कारण भी बने.
ये लोग भी हेड कर चुके हैं FTII
अनुपम से पहले बॉलीवुड की कई बड़ी हस्तियां FTII को लीड कर चुकी हैं. इनमें श्याम बेनेगल, अदूर गोपालकृषन, सईद मिर्जा, महेश भट्ट, मृणाल सेन, विनोद खन्ना और गिरीश कर्नाड जैसी शख्सियतें शामिल हैं.
Anupam Kher appointed as the chairman of The Film and Television Institute of India, replaces Gajendra Chauhan pic.twitter.com/3femKUgGTT
— ANI (@ANI) October 11, 2017
दिल्ली: FTII छात्रों ने सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के खिलाफ प्रदर्शन किया
आजतक के साथ पहली प्रतिक्रिया
अनुपम खेर: मैंने साल 1978 में FTI की पढ़ाई की थी. मैंने इसे एक क्रिएटिव स्थान पाया. मैं इसे विवाद की तरह नहीं देखना चाहता हूं.
गजेंद्र चौहान(पूर्व FTII चेयरमैन): उम्मीद है कि वह अच्छी तरह से काम करेंगे और मेरी शुभकामनाएं उनके साथ हैं.
आरपीएन शर्मा: अनुपम खेर एक महान एक्टर हैं, लेकिन इस पद पर उन्हें उनकी एक्टिंग स्किल्स के कारण नहीं चुना गया है. हम सभी जानते हैं कि उन्हें क्यों बनाया गया है... यहां सिनेमा के लिए करने के लिए कम है और राजनीति करने के लिए ज्यादा है.हिन्दुस्तान टाइम्स को दिए गए इंटरव्यू में कहा था, 'मैं अपने कार्यकाल से खुश हूं, जिसके तहत मैंने कई अच्छे बदलावा लाने की कोशिश की. मैंने डिप्लोमा पा को मास्टर्स डिग्री में बदलने के साथ साथ नए सलेब्स शुरू किए गए.'
Congratulations my dear @AnupamPkher for becoming FTII Chairman ! Know you will do a great job !
— Kirron Kher (@KirronKherBJP) October 11, 2017