अयोध्या विवाद पर फैसला आने से चंद मिनट पहले बॉलीवुड एक्ट्रेस स्वरा भास्कर ने ट्वीट कर लोगों से शांति और सौहार्द बनाए रखने की अपील की. स्वरा भास्कर ने अपनी भावनाएं व्यक्त करने के लिए भजन की दो लाइने लिखीं.
उन्होंने लिखा, "रघुपति राघव राजा राम.. सब को सन्मति दे भगवान।" जिसका अर्थ है कि ईश्वर सभी को सदबुद्धि दे. ये भजन दुनिया को अहिंसा का पाठ पढ़ाने वाले राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का पसंदीदा भजन था.
बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता अनुपम खेर ने भी इसी क्रम में ट्वीट करके लोगों ने अयोध्या पर फैसला आने के बाद लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है. अनुपम खेर ने लिखा, "अल्लाह तेरो नाम, ईश्वर तेरो नाम। सबको सम्मति दे भगवान।"
रघुपति राघव राजा राम..
सब को सन्मति दे भगवान।
— Swara Bhasker (@ReallySwara) November 8, 2019
अल्लाह तेरो नाम, ईश्वर तेरो नाम। सबको सम्मति दे भगवान। 🙏
— Anupam Kher (@AnupamPKher) November 9, 2019
अयोध्या पर सुप्रीम कोर्ट का जो भी फैसला आएगा, वो किसी की हार-जीत नहीं होगा। देशवासियों से मेरी अपील है कि हम सब की यह प्राथमिकता रहे कि ये फैसला भारत की शांति, एकता और सद्भावना की महान परंपरा को और बल दे।
— Narendra Modi (@narendramodi) November 8, 2019
अनुपम खेर के ट्वीट का भी लोगों ने विरोध किया है और उन पर आरोप लगाया है कि वह सरकार के खिलाफ कभी नहीं बोलते हैं. बता दें कि शनिवार (9 नवंबर) को सुप्रीम कोर्ट सालों से लटके हुए अयोध्या मामले पर फैसला सुना रही है. इस मामले को लेकर तमाम राजनेता और बॉलीवुड सेलिब्रिटी ट्वीट करके शांति बनाए रखने की अपील कर रहे हैं.
Humble request to all concerned , please respect the Supreme Court verdict on #AyodhyaCase today. Accept it with grace if it goes for you or against you. Our country needs to move on from this as one people. Jai Hind.
— Farhan Akhtar (@FarOutAkhtar) November 9, 2019
पीएम मोदी ने की शांति की अपील-आज,
न हिंदू बन के सोचना,
न मुसलमान बन के सोचना,
आज मेरी जान,
हिंदुस्तान बन के सोचना।
अनुभव
— Anubhav Sinha (@anubhavsinha) November 9, 2019
अनुपम खेर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उस ट्वीट को भी रीट्वीट किया है जिसमें उन्होंने लोगों से शांति की अपील की थी. पीएम ने अपने ट्वीट में लिखा, "अयोध्या पर सुप्रीम कोर्ट का जो भी फैसला आएगा, वो किसी की हार-जीत नहीं होगा. देशवासियों से मेरी अपील है कि हम सब की यह प्राथमिकता रहे कि ये फैसला भारत की शांति, एकता और सद्भावना की महान परंपरा को और बल दे."