फिल्म 'उड़ता पंजाब' को लेकर जारी सेंसरशिप की तुलना इसके निर्माता अनुराग कश्यप ने उत्तर कोरिया के तानाशाहीपूर्ण शासन से की है.
अनुराग कश्यप ने ट्विटर पर पोस्ट किया , 'मुझे हमेशा आश्चर्य होता था कि उत्तर कोरिया में रहने पर कैसा महसूस होगा. अब तो प्लेन पकड़ने की भी जरूरत नहीं है.'
It's my fight Vs a dictatorial man sitting there operating like an oligarch in his constituency of censor board, that's my North Korea
— Anurag Kashyap (@anuragkashyap72) June 7, 2016
कश्यप ने लिखा , 'उड़ता पंजाब से अधिक ईमानदार और कोई फिल्म नहीं है. और इसका विरोध करने वाला व्यक्ति या पार्टी वास्तव में ड्रग्स को बढ़ावा देने का दोषी है.'
There is no film more honest than UDTA PUNJAB .. And any person or party opposing it is actually GUILTY of promoting drugs
— Anurag Kashyap (@anuragkashyap72) June 6, 2016
फिल्म 'उड़ता पंजाब' को लेकर गरमा रही सियासत के बीच अनुराग कश्यप ने राजनीतिक दलों को अपने मामले पर सियासत न करने की सलाह दी है. फिल्म 'उड़ता पंजाब' में सेंसर बोर्ड ने 89 सीट हटाने को कहा है. सेंसर बोर्ड के बहाने राजनीतिक दलों ने केंद्र सरकार पर हमला करने की कोशिश की है और इससे अनुराग कश्यप नाराज हैं.
अनुराग कश्यप ने ट्वीट कर राजनीतिक दलों से इससे दूर रहने की नसीहत दी है. अनुराग के ट्वीट को राजनीतिक दलों ने रिट्वीट करना शुरू कर दिया जिसके बाद अनुराग ने इन्हें भी नसीहत देते हुए कहा कि आम आदमी पार्टी, कांग्रेस और दूसरे तमाम दल मेरे ट्वीट से दूर रहें. सेंसरशिप के खिलाफ ये मेरी अपनी लड़ाई है और मैं अपनी तरफ से बोल रहा हूं. मेरी लड़ाई को राजनीतिक रंग ना दें और अपनी लड़ाई खुद लड़ें.
I request Congress, AAP and other political parties to stay out of my battle. It's my Rights vs the Censorship. I speak only on my behalf
— Anurag Kashyap (@anuragkashyap72) June 7, 2016
अभिषेक चौबे के निर्देशन में बनी यह फिल्म 17 जून को रिलीज होने जा रही है . गौरतलब है कि सेंसर बोर्ड ने इस फिल्म में पंजाब के संदर्भ को लेकर कथित रूप से आपत्तियां जताई हैं जिसके बाद फिल्म में कुछ बदलाव हो सकता है.