अनुराग कश्यप अपने मारक डार्क ह्यूमर के लिए मशहूर हैं. हाल ही में उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी की जीत की बधाई देते हुए एक ट्वीट शेयर किया था. ट्वीट में उन्होंने अपनी बेटी को भद्दी गालियां बकते एक ट्रोल से निपटने की सलाह मांगी थी. कई लोगों ने उन्हें कहा था कि बेटी को गालियां बकते ट्रोल से निपटने के लिए पीएम मोदी को टैग करने की जरूरत नहीं है.
इस पर अनुराग ने ट्वीट कर कहा था कि सोशल मीडिया की ये विडंबना है कि जब मैंने लोकसभा चुनाव में लोगों को अपने क्षेत्र का बेस्ट उम्मीदवार चुनने की बात कही तो मुझसे कहा गया कि वे वोट सिर्फ पीएम मोदी को ही देंगे. अब जब पीएम मोदी जीत चुके हैं और मैं पीएम मोदी को ट्वीट में टैग कर रहा हूं तो लोग कहते हैं कि ये उनकी जिम्मेदारी नहीं है और मुझे अपने लोकसभा क्षेत्र के सांसद के पास जाना चाहिए.
अनुराग के इस ट्वीट पर कई लोगों ने उन्हें ट्रोल किया था. इस मामले में उन्होंने एफआईआर भी दर्ज कराई थी. अब अनुराग अपने एक और ट्वीट की वजह से चर्चा में हैं. अनुराग ने जो ट्वीट किया है उसमें वीर सावरकर की तस्वीर है. तस्वीर में लिखा है जिसकी पूजा होती है. वह पूजने वाले से बड़ा होना चाहिए. गाय को पूजने की अंधविश्वास भरी मानसिकता देश की बौद्धिकता का नाश कर सकती है. अनुराग ने इस तस्वीर के कैप्शन में लिखा - सावरकर जयंती के मौके पर मैं कुछ शेयर कर रहा हूं. जानिए वो क्या सोचते थे और क्या बोलते थे.
It’s Savarkar Jayanti today.. so here is what he thought and spoke about ... pic.twitter.com/WYri7d9aTC
— Anurag Kashyap (@anuragkashyap72) May 28, 2019
अनुराग के इस पोस्ट पर भी उन्हें काफी ट्रोल किया गया. वहीं कुछ लोगों ने उनकी इस पोस्ट का समर्थन भी किया. गौरतलब है कि बीजेपी समेत कुछ पार्टियां सावरकर को स्वतंत्रता सेनानी, राष्ट्रभक्त और महान समाज सुधारक मानती हैं. वहीं तमाम विपक्षी दल सावरकर को उग्र विचारधारा वाले नेता के रूप में देखते हैं. बताते चलें कि सावरकर को हिंदू राष्ट्र की राजनीतिक विचारधारा को विकसित करने का श्रेय जाता है.