अनुराग कश्यप अपनी फिल्मों के लिए ही नहीं बल्कि अपनी पॉलिटिकल समझ के लिए भी इंडस्ट्री में मशहूर है. कई लोगों को लगता है कि अनुराग एंटी मोदी हैं तो वे कांग्रेस का समर्थन करते ही होंगे लेकिन वे साफ करते हैं कि एक आर्टिस्ट के तौर पर उनका काम सत्ता में मौजूद सरकार की गलत नीतियों का विरोध करना है फिर चाहे सरकार किसी की भी हो.
द हिंदू के साथ बातचीत में अनुराग ने नोटबंदी के बारे में बात करते हुए कहा, 'हम सब बेवकूफ थे. मैंने भी कहा था कि ये एक बेहतरीन फैसला था लेकिन मैं शुरुआत में इसके नफे नुकसान को समझ नहीं पाया था. मुझे लगा था कि ये एक सोच समझ कर लिया गया फैसला है. हालांकि इस फैसले के असली पहलुओं को मैं बाद में समझ पाया. '
कश्यप सोशल मीडिया पर चल रहे उन दावों का विरोध करते हैं जिनके अनुसार ये कहा जाता है कि लोगों के पास मोदी का विकल्प नहीं है. अनुराग ने कहा कि बीजेपी में ही पांच बेहतर उम्मीदवार मौजूद हैं. कश्यप को मौजूदा सरकार से सबसे ज्यादा परेशानियां झूठ से है. उन्होंने कहा कि 'वे लोग काफी आसानी से बिना कुछ सोचे समझे और बिना जवाबदेही के झूठ बोलते चले जाते हैं और मीडिया भी उनके साथ खेलता रहता है. कोई सच बोलता ही नहीं है.'
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सोशल मीडिया के दौर में ट्रोलिंग की जड़ें मजबूत हुई हैं. कश्यप कहते हैं कि उन्होंने हर सरकार के दौर में लड़ाईयां लड़ी हैं लेकिन इस बार नफरत के दौर में काफी बढ़ोतरी देखने को मिली है. कश्यप ने कहा कि मैंने ब्लैक फ्राइडे फिल्म का केस जब लड़ा था, उस समय कांग्रेस सरकार का राज था.
कश्यप दावा करते हैं कि वे किसी पार्टी के समर्थक नहीं है. उन्होंने कहा 'हर कोई मुझसे पूछता था कि अगर मैं एंटी मोदी हूं तो इसका मतलब है कि मैं कांग्रेस का समर्थक हूं. अगर मैं सरकार की गलत नीतियों का विरोध कर रहा हूं तो उन्हें लगता है कि मैं कांग्रेस का प्रतिनिधित्व कर रहा हूं. लेकिन ऐसा नहीं है. मैं सत्ता में बैठी सरकार से संघर्ष करता आया हूं और मैं हमेशा सत्ता में मौजूद सरकार से ही लड़ता रहूंगा.'