60-70 के दशक की बेहतरीन अदाकारा आशा पारेख 2 अक्टूबर को 75 साल की हो गई हैं. उन्होंने अपने समय में कई हिट फिल्में दी हैं.
फिल्मों में तो उनका करियर हिट रहा, लेकिन उनकी निजी जिंदगी उतार-चढ़ाव से भरी रही. उन्होंने शादी नहीं की और अकेलेपन के कारण वो डिप्रेशन का शिकार भी रह चुकी हैं.
हालांकि ऐसा नहीं है कि उन्हें कभी किसी से प्यार नहीं हुआ. उन्हें आमिर खान के चाचा और फिल्मेकर नासिर हुसैन से प्यार था, लेकिन नासिर साहब पहले से शादीशुदा थे और आशा पारेख उनका घर नहीं तोड़ना चाहती थीं.
नासिर हुसैन ने 1959 में फिल्म 'दिल देके देखो' डायरेक्ट किया था, इसमें आशा पारेख लीड रोल में थीं. फिल्म में उनके ओपोजिट शम्मी कपूर थे. उस समय आशा 17 साल की थीं. 1971 में आई 'कारवां' तक आशा पारेख, नासिर साहब की सभी फिल्मों में लीड रोल में रहती थीं. साथ काम करते-करते दोनों की दोस्ती प्यार में बदल गई, लेकिन नासिर हुसैन पहले से शादीशुदा थे इसलिए आशा पारेख ने अपने कदम पीछे हटा लिए.
आशा पारेख की ऑटोबायोग्राफी 'द हिट गर्ल' कुछ समय पहले रिलीज हुई है. इसमें उन्होंने अपनी जिंदगी से जुड़ी कई बातों को बताया है. इसमें उनके नासिर साहब के साथ संबंधों का भी जिक्र है.
उन्होंने आईएनएस को दिए इंटरव्यू में कहा था- मैंने आज तक सिर्फ नासिर साहब से ही प्यार किया है. ऑटोबायोग्राफी लिखना व्यर्थ होता अगर उसमें उनका जिक्र ना हो, जो मेरी जिंदगी में महत्व रखते हैं.
उनकी किताब के लॉन्च पर नासिर साहब की बेटी नुसरत और उनके पोते एक्टर इमरान खान भी आए थे. उसी इंटरव्यू में आशा जी ने कहा था- मैं कभी घर तोड़ने वाली नहीं थीं. मेरे और नासिर साहब के परिवार के बीच कभी दूरियां नहीं थी. मेरे बुक लॉन्च पर नुसरत और इमरान को देख कर मैं खुश थी. मुझे लगता है मैंने अपनी जिंदगी अच्छे से जी, बिना किसी को दर्द पहुंचाए हुए.