बॉलीवुड एक्टर आयुष्मान खुराना की चर्चित अपकमिंग फिल्म बाला इन दिनों काफी चर्चा में है. फैन्स के लिए बुरी खबर ये है कि फिल्म रिलीज से पहले ही विवादों में आ गई है. अमर कौशिक के निर्देशन में बन रही इस फिल्म पर कॉपीराइट वॉइलेशन यानि कंटेंट चुराए जाने के आरोप लगे हैं. नेशनल अवॉर्ड विनर फिल्ममेकर प्रवीन मोर्छले ने मैडॉक प्रोडक्शन हाउस और लेखक निरेन भट्ट पर हाई कोर्ट में केस किया है.
तो बात सीधी-सीधी है कि यदि अमर कौशिक और दिनेश विजान को अपनी फिल्म सिनेमाघरों में रिलीज करानी है तो पहले उन्हें Copyright Act 1957 के तहत उन पर किया गया ये केस जीतना होगा. मोर्छले का कहना है कि फिल्म बाला की कहानी काफी हद तक उस कहानी से मिलती जुलती है जिसका स्क्रीनप्ले उन्होंने लिखा है और इंडस्ट्री में तमाम लोगों को सुनाया है.
मुंबई मिरर से बातचीत के दौरान प्रवीन ने कहा, "मैंने खबरों में पढ़ा कि बाला उम्र से पहले बालों के झड़ जाने को लेकर बनाई गई सटायर कॉमेडी है. ये वो आइडिया है जो मैं साल 2005 में लेकर आया था. मैंने 2 साल तक इस पर काम किया था और अपनी कहानी को फिल्म राइटर्स एसोसिएशन (FWA) में 2007 में दर्ज कराया था."
उन्होंने कहा, "कई सूत्रों से जानकारियां निकलवाने और सभी का मिलान करने पर मैंने ये पाया है कि बाला की कहानी मेरी कहानी से काफी हद तक मिलती चुलती है." वहीं इन आरोपों पर मैडॉक फिल्म्स का ये कहना है कि मैडॉक को मोर्छले द्वारा किए गए इस तरह के किसी भी केस की जानकारी नहीं है और उन्होंने ये भी कहा कि मैडॉक फिल्म के किसी भी शख्स ने बाला जैसी कहानी को लेकर कभी भी मोर्छले से मुलाकात नहीं की है."