फिल्म 'बाजीराव मस्तानी' को लेकर ना सिर्फ भारत में बल्कि पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान में भी खूब चर्चाएं हैं. दरअसल पाकिस्तान में फिल्म बाजीराव मस्तानी बैन हो सकती है.
फिल्म मुस्लिम विरोधी है: सेंसर बोर्ड
खबरों के मुताबिक पाकिस्तान सेंसर बोर्ड ने इस फिल्म पर कई सवाल उठाए हैं. हालांकि पाकिस्तान के दो लोकल फिल्म बोर्ड ने इस
फिल्म को पास कर रिलीज करने की अनुमति दे दी है. द एक्सप्रेस ट्रिब्यून में छपी खबर के मुताबिक, पाकिस्तान सेंसर बोर्ड के चेयरमैन मोबाशेर हसन का
कहना है कि यह फिल्म भारत की एेतिहासिक पृष्ठभूमि पर बेस्ड फिल्म है जो कि कहीं ना कहीं मुस्लिम और इस्लाम विरोधी है. इसके अलावा उन्होंने यह
भी कहा कि यह एक हिन्दी फिल्म है और हमारे दर्शक हिन्दी फिल्म नहीं देखना चाहते. मोबाशेर ने फिल्म को लेकर यह भी कहा कि इस फिल्म में कई
इंटीमेट सीन भी हैं, लेकिन वो हमारे बड़ा विषय नहीं है.
बाजीराव मस्तानी को कुछ कट्स के साथ पास किया
हसन ने आगे कहा कि इन्ही कुछ वजहों पैनल और लोकल डिस्ट्रीब्यूटर्स ने इस फिल्म को
फिलहाल रिजेक्ट कर दिया है लेकिन पंजाब के दो लोकर डिस्ट्रीब्यूटर्स ने इस फिल्म को रिलीज करने की मंजूरी दे दी है. पाकिस्तानी की एक फिल्म
डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी IMGC के मुताबिक, एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर आबिद रशीद ने कहा कि फिल्म 'बाजीराव मस्तानी' में रणवीर और दीपिका की पहले
रिलीज हुई फिल्म 'रामलीला' जैसे सीन्स नहीं हैं. इसलिए सिंध बोर्ड ऑफ फिल्म सर्टिफिकेशन (SBFC) ने इसे 15-20 सेकंड के कट के साथ पास कर
दिया है.
बहरहाल पाकिस्तान फिल्म सेंसर बोर्ड फिल्म 'बाजीराव मस्तानी' को रिलीज करने पर अभी फिर से विचार करेगा. बोर्ड ने फिल्म का दोबारा रिव्यू करने का फैसला लिया है.