संजय लीला भंसाली की फिल्म पद्मावत पर देशभर में हिंसा जारी है. मल्टीप्लेक्स एसोसिएशन ऑफ़ इंडिया ने बुधवार को कहा कि राजस्थान, गुजरात, मध्य प्रदेश और गोवा में उसके सदस्यों ने फिल्म स्क्रीन नहीं करने का फैसला लिया है. ये एसोसिएशन देश की 75 प्रतिशत मल्टीप्लेक्स मालिकों का प्रतिनिधित्व करता है. ये फैसला कुछ थियेटर्स और उनके बाहर हिंसा आगजनी की घटनाओं के बाद लिया गया है. राजपूत और कई दूसरे संगठन फिल्मों की रिलीज रोकने की मांग कर रहे हैं.
करणी सेना में मतभेद
पद्मावत विरोध को लेकर करणी सेना भी मतभेद सामने आने लगे हैं. अहमदाबाद हिंसा के बाद सरकार ने भी अलग अलग राजपूत ग्रुपों के साथ बैठक की. इसमें राजपूत करणी सेना के अध्यक्ष राज शेखावत ने ये एलान किया कि वो कल भारत बंद के ऐलान को अपना समर्थन नहीं देते हैं. वहीं करणी सेना के लोकेन्द्रसिंह कल्वी गुट के अर्जुन सिंह गोहिल का कहना है कि कल का बंद जारी रहेगा. वहीं गुजरात सरकार ने पूरी सुरक्षा व्यवस्था का ऐलान किया है. गृहमंत्री प्रदीपसिंह जाडेजा के अनुसार सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम हैं.
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महाराष्ट्र में 70% बुकिंग, पर डर का माहौल
महाराष्ट्र और मुंबई के कुछ हिस्सों में भी डर का माहौल है. मुंबई के मराठा मंदिर में लोगों ने बुकिंग भी कम की है. अब तक 60 से 70 % बुकिंग हुई है. मल्टीप्लेक्स के सूत्रों ने आजतक को बताया, 'हमें मुंबई पुलिस की ओर से अब तक कोई आश्वासन नहीं मिला है.' कुछ मल्टीप्लेक्स लोकल पुलिस स्टेशन की मदद से पुलिस सिक्युरिटी की व्यास्वस्था की है. सिनेमाघरों ने मुंबई पुलिस से मदद की गुहार लगाई है.
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एमपी में सिनेप्लेक्स के बाहर फूंकी कार
मध्यप्रदेश के भोपाल में एक सिनेमाघर के बाहर कार फूंकने का मामला सामने आया है. मामला ज्योति सिनेप्लेक्स के बाहर का बताया जा रहा है. पुलिस ने तीन लोगों को हिरासत में लिया गया है.
खली ने भी किया विरोध
दलीप सिंह राणा उर्फ़ द ग्रेट खली ने अमृतसर में भंसाली की पद्मावत का विरोध किया है. खली ने कहा, पद्मावत जैसी फ़िल्में बनानी ही नहीं चाहिए जिससे लोगों के दिलों को ठेस पहुंचे. फायदे के लिए ऐसे फ़िल्में नहीं बनानी चाहिए. हालांकि उन्होंने यह भी कहा, 'लोगों को कोर्ट का फैसला मानना चाहिए. इस तरह की हिंसा आगजनी से कुछ हासिल नहीं होने वाला.'
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यूपी में जारी हुई एडवाइजरी
उत्तर प्रदेश में अपर पुलिस महानिदेशक क़ानून व्यवस्था की ओर से एक सुरक्षा एडवाइजरी जारी हुई है. इसमें पद्मावत के रिलीज होने के संबंध में कानून-व्यवस्था को लेकर पुलिस को सर्तकता बरतने के निर्देश दिए गए हैं. एडवाइजरी राज्य के सभी वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक/पुलिस अधीक्षक, प्रभारी जनपदों को भेज दी गई है. पुलिस अफसरों को सम्बंधित जिलों के सिनेमाहाल/माॅल/मल्टीप्ल्ैाक्स की सुरक्षा के बारे में मैनेजरों या सुरक्षा में लगे कर्मचारियों से मीटिंग करने को कहा गया है. कोई अप्रिय घटना न हो इसके लिए पुलिस को लगातार पेट्रोलिंग करते रहने और अलर्ट पर रहने के निर्देश मिले हैं. किसी भी आकस्मिक घटना से निबटने के लिए तैयार रहने को कहा गया है.
कलवी ने क्या कहा?
कलवी ने वॉर्निंग दी, हम हमारी तकलीफ से किसी को नोट छापने का इंतजाम नहीं होने देंगे. कहा, 25 जनवरी आएगी जाएगी, पर पद्मावत नहीं आने देंगे. उन्होंने कहा, अहमदाबाद में जो हिंसा हुई उसमें राजपूतों का हाथ नहीं. यह भी कहा कि मौजूदा स्थिति से तमाम सरकारें चिंतित हैं.
देशभर में पद्मावत के खिलाफ उग्र प्रदर्शन
पद्मावत की रिलीज डेट जैसे-जैसे नजदीक आ रही है फिल्म को लेकर प्रदर्शन तेज हो रहा है. देशभर में राजपूत समुदाय के ठेकेदार विरोध-प्रदर्शन कर रहे हैं. मथुरा, भुवनेश्वर, लखनऊ, दिल्ली-जयपुर हाईवे पर फिल्म की रिलीज के खिलाफ प्रदर्शन हो रहा है. भुवनेश्वर रेलवे स्टेशन पर प्रदर्शनकारियों ने ट्रेन रोकने की कोशिश की. कुछ अज्ञात लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. लखनऊ में वेव सिनेमा के बाहर पुलिस ने सुरक्षा बढ़ाई. कुछ उपद्रवियों ने दिल्ली-जयपुर हाईवे पर चक्का जाम किया और फिल्म के पोस्टर जलाए.