एक्टर, प्रोड्यूसर, बिजनेसमैन रितेश देशमुख जल्द ही अपनी फिल्म 'बंगिस्तान' में नजर आने वाले हैं, रितेश से उनकी फिल्म और आगामी प्रोजेक्ट्स के बारे में बात की हमारी टीम ने. आइए जानते हैं क्यों खास फिल्म है 'बंगिस्तान'.
क्या कर रहे हैं आप 'बंगिस्तान' में?
मैं बंगिस्तान के उत्तरी भाग से आया हुआ इंसान हूं, मेरा किरदार एक मुस्लिम का है. वह पश्चिमी देशों की लाइफस्टाइल के खिलाफ है.
ट्रेलर में आप आतंकवादी के रूप में दिखाई देते हैं, क्या सच्चाई है?
मेरे किरदार का नाम 'हाफिज बिन अली' है जिसे 'अल काम तमाम' गिरोह के मुखिया ब्रेन वाश करके पोलैंड भेज देते हैं और मुझे अपना धर्म बदलकर जाने के लिए कहते हैं क्योंकि अगर पकड़ा भी जाए तो दूसरे धर्म पर इल्जाम चला जाए. तो मैं हिंदू धर्म अपना लेता हूं और ईश्वरचंद शर्मा बनकर पोलैंड चला जाता हूं.
आखिर क्या जगह है 'बंगिस्तान'?
यह एक देश है, हिन्दुस्तान के बगल में पाकिस्तान फिर अफगानिस्तान उसके पास कजाखिस्तान और उसके पास ही कब्रिस्तान के ऊपर है बंगिस्तान (मजाक करते हुए). यह एक ऐसा देश है जहां कभी भी गोलियां चल सकती हैं और कभी भी बम फट सकते हैं. हमारे यहां हरेक चीज है चाहे वो फास्ट फूड हो या कॉफी शॉप. हमारे यहां ईमेल की सुविधा नहीं है तो हम कबूतरों से लेटर भेजते हैं. हमारे पास स्कूटर नहीं तो खच्चर से सामान भेजा जाता है.
आपको फिल्म में मुस्लिम से हिन्दू बनना पड़ा?
देखिये जब फिल्म की स्क्रिप्ट इतनी अच्छी लिखी जाती है तो आपको ज्यादा सोचना नहीं पड़ता, बस अपने किरदार पर ज्यादा से ज्यादा ध्यान देना पड़ता है. कई सारे ऐसे शब्द थे जो उर्दू में बोलने थे, मैंने उनकी तैयारी की.
कई सारे गेट अप भी आपने बदले हैं?
बस एक गाने के दौरान वो बदलाव थे. 6 अलग-अलग बदलाव किये गए थे. इश्क करेंगे वाले गीत में यह बदलाव है.
अपनी अगली मराठी फिल्म 'माउली' के बारे में भी बताएं?
'माउली' एक एक्शन ड्रामा है, निशिकांत कामत के साथ हमने इस फिल्म की स्क्रिप्ट ब्लॉक कर दी है. बस डायलॉग्स पर थोड़ा और ध्यान दिया जा रहा है, तो अगले साल फिल्म की शूटिंग शुरू हो जायेगी, यह निशिकांत के साथ 'लय भारी' के बाद दूसरी फिल्म होगी.
आपकी सीसीएल में 'वीर मराठी' टीम भी खेलती है, इस साल क्या नया?
मुझे नहीं पता, आशा है इस बार हमारी टीम और बेहतर प्रदर्शन करे.
आजकल बायोपिक का प्रचलन है, आप कोई करना चाहेंगे?
मुझे पता नहीं, लेकिन अगर कोई स्क्रिप्ट आएगी तो देखूंगा. बायोपिक उनकी बनती है जिनकी लाइफ दिलचस्प हो.
आजकल एक ही दिन दो-दो फिल्में रिलीज होने लगी हैं, इसे आप कैसे देखते हैं?
साल में 52 हफ्ते हैं और 200 फिल्में रिलीज होनी होती है, तो लगभग हर हफ्ते 4 फिल्में रिलीज करनी ही पड़ेगी. हर फिल्म के लिए दर्शक हैं और आशा है सभी फिल्में चलें.
सुना है 'हॉउसफुल 3' के लिए आपकी एक्ट्रेस का चयन हो चुका है?
अभी सिर्फ यही कहूंगा कि 'हाउसफुल 3' में अभिषेक बच्चन, अक्षय कुमार और मैं काम कर रहे हैं, उसके अलावा जो भी खबरें हैं वो प्रोडक्शन हाउस ही कन्फर्म करेगा.