बॉलीवुड में डेढ़ दशक से ज्यादा का समय बिता चुके शाहिद कपूर आज भी सुपरस्टारडम के स्तर से थोड़ा दूर दिखाई पड़ते हैं. हालांकि उन्होंने कुछ बेहतरीन भूमिकाओं से अपनी एक्टिंग का लोहा मनवाया है लेकिन एक अलग मुकाम हासिल करने के बाद भी वे सबसे भरोसेमंद सोलो स्टार के तौर पर पहचान नहीं बना पाए हैं.
शाहिद के करियर की सबसे बड़ी हिट फिल्में पद्मावत और जब वी मेट में दूसरे सितारों की परफॉर्मेंस ने उनकी परफॉर्मेंस को ढक सा दिया था. रणवीर सिंह ने फिल्म पद्मावत में अपनी पावर परफॉर्मेंस से सबका ध्यान खींचा वहीं जब वी मेट में करीना की एक्टिंग के आगे शांत शाहिद के किरदार पर कम फोकस गया. हालांकि कबीर सिंह एक ऐसी फिल्म है जिसमें केवल उन पर नज़रें रहने वाली हैं.
शाहिद कपूर के करियर में जो एक बड़ी समस्या रही है वो है निरंतरता की कमी. मसलन उन्होंने जब वी मेट, हैदर, कमीने, उड़ता पंजाब जैसी फिल्मों से अपना फैन बेस बनाया तो वहीं शानदार, दिल बोले हड़िप्पा, किस्मत कनेक्शन, वाह लाइफ हो तो ऐसी, दिल मांगे मोर जैसी फिल्मों से उतनी ही तेजी से लोकप्रियता खोई.
View this post on Instagram
शाहिद की अगर विक्की कौशल से तुलना की जाए तो विक्की के स्टारडम में जबरदस्त उछाल आने का कारण ही यही है कि उन्होंने बैक टू बैक ब्लॉकबस्टर दी हैं और ना केवल मल्टीस्टारर फिल्में जैसे संजू या राजी बल्कि उरी जैसी सोलो फिल्मों से भी प्रोड्यूसर्स का भरोसा जीता है कि वे अपने दम पर फिल्म निकाल सकते हैं. यही कारण है कि विक्की कौशल बॉलीवुड के सबसे बड़े उभरते सितारों में गिने जाते हैं.
View this post on Instagram
कबीर सिंह ने शाहिद को वो प्लेटफॉर्म दिया है जिसके चलते वे सुपरस्टारडम के दहलीज पर पहुंच सकते हैं. शाहिद ने इस फिल्म के लिए काफी मेहनत भी की है. अक्सर 6 पैक में दिखने वाले शाहिद इस फिल्म में एक शराबी डॉक्टर की भूमिका में है. ऐसे में उन्हें इस फिल्म के लिए फिजिकल ट्रांसफॉर्मेशन से गुज़रना पड़ा है. कबीर सिंह के द्वारा शाहिद अपने आलोचकों को जवाब दे सकते हैं जो कहते हैं कि शाहिद अपने दम पर फिल्मों को सुपरहिट नहीं करा सकते है.
View this post on Instagram
सोशल मीडिया के दौर में पॉजिटिव माउथ पब्लिसिटी के चलते कलेक्शन्स पर प्रभाव भी डाला जा सकता है, ऐसे में अगर शाहिद की इस फिल्म को क्रिटिक्स का अच्छा रिस्पॉन्स मिला तो 100 करोड़ का सफर मुश्किल नहीं होगा. शाहिद अभी तक एक भी सोलो 100 करोड़ फिल्म नहीं दे पाए हैं. वही कार्तिक आर्यन भी 'सोनू के टीटू की स्वीटी' से 100 करोड़ क्लब में शामिल हो चुके हैं. 100 करोड़ क्लब में शामिल होने के साथ ही ना केवल शाहिद कपूर की फैन फॉलोइंग में इज़ाफा होगा बल्कि उनकी ब्रैंड इमेज भी काफी बेहतर होगी और इसके साथ ही वे सुपरस्टारडम की तरफ कदम बढ़ा सकते हैं.