सेंट्रल बोर्ड ऑफ फिल्म सर्टिफिकेशन की एक मीटिंग 9 जून को तय है. मीटिंग की अध्यक्षता इन्फॉर्मेशन एंड ब्रॉडकास्टिंग के स्टेट मिनिस्टर राज्यवर्धन राठौर संभालेंगे.
विवादास्पद निहलानी के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश कर उनकी विदाई का रास्ता साफ किया जा सकता है. बोर्ड के 12 में से 10 सदस्यों का मानना है कि निहलानी के साथ काम करना बहुत मुश्किल है.
एक सदस्य के अनुसार, 'हम एक अच्छी लड़ाई की तैयारी कर रहे हैं. हम सब चाहते हैं कि डर और धमकियों का दौर अब खत्म हो. निहलानी अकेले सभी बोर्ड मेंबर्स और फिल्म इंडस्ट्री पर हावी नहीं हो सकते. हम सब तो बस हंसी के पात्र बनकर रह गए हैं.'
जबकि निहलानी ने इन आरोपों को नकारते हुए कहा है कि उन्हें नहीं पता बोर्ड मेंबर्स को उनसे क्या समस्या है. वो तो सिर्फ अपनी ड्यूटी कर रहे हैं.
सेंसर बोर्ड के एक सदस्य चंद्रप्रकाश द्विवेदी ने बाकी मेंबर्स को ईमेल के जरिए कहा था कि 9 जून की बैठक कैमरे में होनी चाहिए. द्विवेदी ने बैठक में पिछले एक साल के दौरान फिल्मों को दिए क्लीयरेंस सर्टिफिकेट का ब्यौरा भी पेश करने को कहा है. साथ ही, कट्स और रिवीजन से जुड़ी जानकारी भी मांगी है.