इन दिनों बिंदास अवतार में नजर आ रही बॉलीवुड अभिनेत्री चित्रांगदा सिंह फिल्मों पर सेंसर बोर्ड की कैंची को हालांकि ‘एक हद तक सही’ मानती हैं, लेकिन उनका दो टूक कहना है कि अगर इससे किसी फिल्म का मूल संदेश ही बदल जाये, तो यह सरासर गलत और निराशाजनक है.
चित्रांगदा ने कहा, ‘फिल्मों पर सेंसरशिप एक हद तक उचित है. लेकिन अगर सेंसरशिप की वजह से किसी फिल्म का मूल संदेश ही परिवर्तित हो जाये, तो यह कतई सही नहीं है.’
उन्होंने जोर देकर कहा, ‘फिल्मों में इस तरह की कांट-छांट नहीं होनी चाहिये. इससे फिल्म का निर्देशक और उसकी टीम निरुत्साहित और निराश होती है.’ चित्रांगदा मानती हैं कि बॉलीवुड में दर्शकों को अब बिंदास विषयों पर बनी फिल्में देखने की आदत पड़ चुकी है.
बॉलीवुड अभिनेत्री की अगली फिल्म ‘इंकार’ में उनके जोड़ीदार अर्जुन रामपाल हैं. कार्यस्थल पर यौन प्रताड़ना के गंभीर विषय पर आधारित फिल्म को मशहूर फिल्मकार सुधीर मिश्रा ने निर्देशित किया है. यह फिल्म अपने गरमा-गरम पोस्टर और संवादों की वजह से इन दिनों खबरों में है.
चित्रांगदा ने एक प्रश्न पर बताया, ‘इस फिल्म में कुछ संवाद हैं, जिन पर सवाल उठाये गये हैं. लेकिन इन्हें अब तक संपादित नहीं किया गया है. मुझे नहीं लगता कि इस फिल्म पर अनावश्यक रूप से सेंसर की कैंची चलायी जायेगी.’
मशहूर गोल्फर ज्योति रंधावा से शादी के बाद ‘हजारों ख्वाहिशें ऐसी’ (2005) से अपने फिल्मी करियर की शुरुआत करने वाली बॉलीवुड अभिनेत्री ने कहा, ‘मुझे नहीं लगता कि शादीशुदा हीरोइनों को भारतीय दर्शक स्वीकार नहीं करते.’
उन्होंने कहा, ‘अगर किसी विवाहित हीरोइन का लक्ष्य साफ है, वह अपने पेशे के प्रति समर्पित तथा अनुशासित है और फिल्म निर्माता को उस पर पूरा भरोसा है, तो इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि उसकी शादी हो चुकी है.’
चित्रांगदा ने बताया कि ‘इंकार’ के साथ अगले साल उनकी एक और फिल्म बड़े परदे पर उतरेगी. हालांकि, इस फिल्म का शीषर्क अभी तय नहीं हुआ है. लेकिन मशहूर अभिनेता जॉन अब्राहम इसमें उनके जोड़ीदार के रूप में नजर आयेंगे.