कल्कि कोचलिन और नसीरुद्दीन शाह 'वेटिंग' फिल्म में एक साथ आए हैं और आज उनकी फिल्म रिलीज भी हो गई है. सब्जेक्ट ओरियंटेड फिल्में करने वाला कल्कि और इंडस्ट्री के सीनियर एक्टर नसीरुद्दीन शाह के बीच एक समान बात है जो उनकी एक्टिंग के हुनर को खास बना देती है. उनकी खासियत है कि शूटिंग के दौरान वह प्लेबैक नहीं देखते हैं.
कल्कि कहती हैं, 'प्लेबैक देखने के बाद यह बात लगने लगती है कि मैंने सही नहीं किया या मैं ठीक नहीं लग रही हूं. इसलिए टेक्निकल पहलू को छोड़ दिया जाए तो मैं प्लैबक नहीं देखती और नसीर साहब भी ऐसा ही करते हैं.' वाकई अधिकतर एक्टर प्लेबैक में बहुत दखल देते हैं.
उनसे यह पूछने पर कि उन्होंने 'ये जवानी है दीवानी' जैसा बबली लड़की का रोल दोबारा क्यों नहीं किया तो उन्होंने हंसते हुए कहा, 'मुझे वैसे ऑफर ही नहीं मिले. लोगों का मुझे लेकर एक आइडिया है और सोच है और मेरे पास वैसी स्क्रिप्ट लेकर आते हैं.' वैसे कल्कि को कोई चाहे कितना भी चेहरे से विदेशी मानता रहे लेकिन वह दिल से प्योर हिंदुस्तानी हैं.