इंडिया कॉन्क्लेव 2015 में बॉलीवुड एक्ट्रेस कटरीना कैफ ने शिरकत किया. करन थापर के साथ हुई इस खास बातचीत में कटरीना ने अपनी पर्सनल और प्रोफेशनल लाइफ के बारे में कई बातें शेयर कीं. पेश है बातचीत के कुछ खास अंश:
- मेरी मां बेमिसाल हैं वह एक एनजीओ चलाती हैं और मेरे लिए वह बहुत अजीज हैं. उन्होंने जिस तरह से हम भाई-बहनों को पाला, उनकी जितनी तारीफ की जाए कम है.
- हम 9 भाई-बहन हैं. हमने एक व्हाट्सएप ग्रुप बना रखा है, जिसका नाम है सिस्टर्स. और इस ग्रुप में मेरा भाई भी शामिल है. भाई से मेरा बहुत गहरा रिश्ता है. मेरा जब भी रणबीर से झगड़ा होता है तो भाई मेरे सलाहाकार के तौर पर काम करता है. कहने का मतलब कि उस दौरान मैं अपने भाई से ही सलाह लेती हूं.
हिन्दी भाषा बड़ा सवाल
इंडिया में आना मेरे लिए एक तरह से घर वापसी करने जैसा था. चाहे मुझे हिन्दी नहीं आती थी, फिर भी मैंने इस इंडस्ट्री में काम
करने का फैसला किया. फिल्मों में काम करते वक्त हिन्दी मेरे लिए एक बड़ी चुनौती थी लेकिन मैं शुक्रगुजार हूं एक्टर जैकी श्रॉफ की
जिन्होनें इस भाषा के लिए मुझे बेहतरीन सलाह दी. उन्होंने मुझे देवनागरी पढ़ने और लिखने को कहा.
करियर
करियर की बात करूं तो मैं इंडिया एक्ट्रेस बनने नहीं आई थी और ना ही कभी इस बारे में सोचा था. मुझे पहली हिन्दी फिल्म
के लिए तब साइन किया गया जब जानी मानी मॉडल मेघना ने ऐन मौके पर एक फिल्म की शूटिंग से मना कर दिया, जिसके बाद मुझे साइन किया गया. नमस्ते लंदन ने मुझे बॉलीवुड में एक नई पहचान दी. इस फिल्म के बाद मेरे पास कई बड़ी फिल्मों के ऑफर आए.
सोशल मीडिया पर नहीं हूं इसलिए हूं डिप्लोमैटिक
मुझे कहा जाता है कि मैं बहुत डिप्लोमैटिक जवाब देती हूं, खासकर राजनीतिक सवालों पर. इसकी वजह यह है कि मैं सोशल मीडिया
पर एक्टिव नहीं हूं इसलिए मुझे देश में चल रही खबरों की जानकारी नहीं रहती यही वजह है कि मैं राजनीतिक सवालों पर अपने विचार नहीं रखती. इसके अलावा ट्विटर और इंस्टाग्राम जैसी सोशल नेटवर्किंग साइट्स पर अकाउंट बनाने के बारे में फिलहाल मैंने अभी सोचा नहीं है.