देश में बढ़ती लिंचिंग की घटनाओं के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लिखी 49 हस्तियों के हस्ताक्षर वाली चिट्ठी चर्चा में है. चिट्ठी में देश के अंदर नस्लीय और जातीय धार्मिक हिंसा पर नाराजगी जताते हुए सख्ती से रोक लगाने की मांग की गई है. हालांकि चिट्ठी को लेकर विवाद भी शुरू होता नजर आ रहा है. 49 लोगों में दक्षिण के मशहूर निर्देशक मणिरत्नम का भी नाम था. हालांकि उनकी टीम ने साफ़ किया कि मणिरत्नम ने ऐसी किसी चिट्ठी पर हस्ताक्षर नहीं किया है.
49 सेलेब्स द्वारा लिखी गई चिट्ठी पर बवाल बढ़ता बढ़ता नजर आ रहा है. इस बीच फिल्म मेकर अशोक पंडित ने कहा कि मोदी की दोबारा वापसी और आने वाले विधानसभा चुनाव के मद्देनजर फिर से असहिष्णुता के नाम पर बरसाती मेढक निकल रहे हैं.
आज तक टीवी शो हल्ला बोल में अंजना ओम कश्यप से बातचीत के दौरान फिल्ममेकर विवेक अग्निहोत्री ने कहा कि सेलेब्स की मंशा मदद करने की नहीं बल्कि पॉपुलैरिटी पाने की है. यदि मदद करना चाहते हैं तो वह ओपन लेटर लिखने की बजाय सीधे प्रधानमंत्री से मिलने के लिए लेटर लिखते और इस प्रॉब्लम को हल करने के लिए बात करते.
इसी बहस में फिल्मकार अशोक पंडित ने कहा, "2014 के पहले अवॉर्ड वापसी गैंग आया था और जब मोदी सरकार बन गई तो इनटॉलरेंस गैंग सामने आ गया. इन्होंने शोर मचाया कि देश रहने का लायक नहीं रह गया है और हालात बहुत खराब हैं." अशोक पंडित ने कहा, "अब 2019 में ये बरसाती मेढक बाहर आकर फिर से शोर मचा रहे हैं. असेंबली इलेक्शन से पहले इनसे कह दिया गया है कि निकलो बाजार में और देश को गालियां देना शुरू कर दो."
अशोक पंडित ने कहा, "ये लोग विदेशों में देश को बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं. यदि हम अपने देश में जय श्री राम नहीं बोलेंगे तो कहां बोलेंगे. ये लोग पेड एजेंट्स हैं जब भी चुनाव आने वाले होते हैं ये लोग सामने आकर मोदी सरकार के खिलाफ बोलना शुरू कर देते हैं."
बता दें कि अशोक पंडित बीजेपी समर्थक के तौर पर मशहूर हैं. वो तमाम मुद्दों पर खुलकर बीजेपी और नरेंद्र मोदी के पक्ष में अपनी बात रखते रहते हैं.