'बाजीराव मस्तानी' और 'बाहुबली' भारतीय सिनेमा की दो ऐसी फिल्में हैं, जिन्होंने ना सिर्फ बॉक्स ऑफिस पर कई झंडे गाड़े बल्कि अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भी अपना परचम लहराया. मजबूत कहानी, दमदार किरदारों, जानदार अदाकारी, बेहतरीन स्पेशल इफेक्ट्स और सशक्त डायरेक्शन के दम पर दोनों ही फिल्मों ने दर्शकों के दिलों पर एक गहरी छाप छोड़ी है.
देश में दर्शकों की वाहवाही लूट चुकीं दोनों ही फिल्मों ने दिल्ली में पहली बार हो रहे 'ब्रिक्स फिल्म फेस्टिवल' में भी अपनी धूम मचा दी. दोनों ही फिल्मों को रिलीज हुए काफी वक्त हो चुका है लेकिन इसके बावजूद फिल्म को देखने आए लोगों में खासा उत्साह देखा गया. फिल्म 'बाहुबली' को सोमवार को स्क्रीन किया गया तो वहीं 'बाजीराव मस्तानी' को मंगलवार को.
दिलचस्प बात ये है कि वीकडे होने के बावजूद फिल्म को देखने के लिए लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी. कई लोग तो ऐसे थे जिन्होंने सीट न मिलने पर सिरीफोर्ट ऑडिटोरियम के फर्श पर बैठ कर फिल्म देखी. फिल्म देखने आए राहुल ने बताया, 'मैं पहले भी 'बाहुबली' देख चुका हूं लेकिन इस फिल्म के स्पेशल इफेक्ट्स इतने शानदार हैं कि बार बार देखने का मन करता है.'
4 दिन तक चले इस फिल्म समारोह में ब्राजील, रशिया, इंडिया, चाइना और साउथ अफ्रीका जैसे देशों की 20 चुनिंदा फिल्मों की स्क्रीनिंग की गई. आयोजकों ने बताया- 'फिल्मों को आई एंड बी मिनस्ट्री द्वारा एक खास प्रोसेस के जरिए चुना गया था. दोनों फिल्मों को देखने इतने लोग आ गए कि पूरा हॉल भर गया. हमें लोगों की एंट्री बंद करनी पड़ी क्योंकि जगह कम पड़ गई.'
2 सितंबर से 6 सितंबर तक चले इस फिल्म समारोह में स्क्रीन की गई 20 फिल्मों में भारत की ओर से 'तिथी,' 'सिनेमावाला', 'बाहुबली' और 'बाजीराव मस्तानी' जैसी फिल्में समारोह में अपनी जगह बनाने में कामयाब रहीं.