'शूटआउट एट वडाला' में हमें एक दिलचस्प मुकाबला देखने को मिलेगा. संजय गुप्ता की इस फिल्म की कहानी गैंगस्टर मन्या सुर्वे के जीवन पर आधारित है.
मन्या 1970 और 80 के दशक का सबसे शक्तिशाली गैंगस्टर था. उस वक्त हर जगह सिर्फ उसी का बोलबाला था. इस बात की जानकारी बहुत कम लोगों को है कि मन्या सुर्वे असल में दाऊद इब्राहिम और उसके बड़े भाई सबीर इब्राहिम का जानी दुश्मन था. मन्या भारत के पहले हिंदू गैंग का सरगना था जो दाऊद और अफगानी माफिया के खिलाफ जंग लड़ते थे.
मन्या सुर्वे का एनकाउंटर उस समय के एसीपी इसाक बागवन ने किया था. यह घटना 11 जनवरी, 1982 को हुई थी. मन्या की मौत जहां कई लोगों के लिए एक चौंका देने वाली खबर थी वहीं कुछ लोगों के लिए राहत और खुशी देने वाली खबर बन गई थी. उस राहत और सुकून की सांस लेने वालों में से एक नाम दाऊद का भी था. ये भी माना जाता है कि मन्या सुर्वे उस दौरान दाऊद से कई गुना ज्यादा ताकतवर था. मन्या की मौत दाऊद के लिए फायदेमंद थी और आगे बढ़ने के लिए बेहद जरूरी भी.
मन्या के एनकाउंटर ने दाऊद को सबसे शक्तिशाली बना दिया था. फिल्म में मन्या सुर्वे का किरदार जॉन अब्राहम, दाऊद का सोनू सूद, सबीर का मनोज वाजपेयी और इसाक बागवन का किरदार अनिल कपूर निभा रहे हैं.