दीपिका पादुकोण की फिल्म छपाक इस शुक्रवार, 10 जनवरी को सिनेमाघरों में रिलीज हो रही है. इस फिल्म को लेकर सोशल मीडिया पर खूब बातें हो रही हैं और ये लगातार सुर्खियों में बनी हुई है. ऐसे में बहुत से लोग फिल्म को बॉयकॉट करने की बात भी कर रहे हैं. लेकिन इस फिल्म को देखने के कई कारण ऐसे हैं, जिन्हें जानने के बाद आप इसे देखने जरूर जाना चाहेंगे.
1. दमदार कहानी
फिल्म छपाक की कहानी एक एसिड अटैक सर्वाइवर लक्ष्मी अग्रवाल की जिंदगी से प्रेरित है. फिल्म में एसिड अटैक से पीड़ित लड़कियों के हालातों को दिखाया गया है. इस फिल्म के जरिए आपको लड़कियों की उस परेशानी का पता चलता है जिसपर हम जल्दी ध्यान नहीं देते.
2. दीपिका पादुकोण का काम
दीपिका पादुकोण ने इस फिल्म में बेहतरीन काम करके दिखाया है. एक एसिड अटैक सर्वाइवर मालती के रोल में दीपिका का काम तारीफ के लायक है. उनका दर्द, उनका स्ट्रगल और लोगों के बीच उनकी पहचान बनते देखने में आपको खुशी होगी. दीपिका अपने इस किरदार में एक कमजोर लड़की से ताकतवर महिला बनकर उभरती हैं, जिन्हें देखना किसी ट्रीट से कम नहीं है. उनके किरदार की लेयर्स कमाल हैं, जिन्हें दीपिका ने अच्छे से निभाया है. ये उनकी अभी तक के बेस्ट परफॉरमेंस है. इससे पहले आपने शायद ही दीपिका को इतनी जबरदस्त परफॉरमेंस देते देखा होगा.
3. बढ़िया डायरेक्शन
डायरेक्टर मेघना गुलजार ने जब आलिया भट्ट के साथ फिल्म राजी को बनाया था तब लोग उनकी वाहवाही करते नहीं थक रहे थे. यहां मेघना ने अपने आप को ही डायरेक्शन में पीछे छोड़ दिया है. मेघना का इस फिल्म और एसिड अटैक जैसे घिनौने अपराध को लेकर नजरिया साफ समझ आता है. वो अपनी इस फिल्म से एसिड अटैक पीड़ितों के साथ न्याय करने की पूरी कोशिश करती हैं और आपको इस देश में, समाज में उनके होने का एहसास करवाती हैं.
मेघना का डायरेक्टर बहुत स्मूद है, जिससे आप कहीं भी कहानी से नहीं कटते. जैसे-जैसे कहानी परत-दर-परत पर्दे पर खुलती है, आप उसे और ज्यादा पसंद करने लगते हैं. फिल्म की एडिटिंग और सिनेमेटोग्राफी भी बढ़िया है.
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4. विक्रांत मैसी
विक्रांत मैसी, बॉलीवुड के उन एक्टर्स में से एक हैं जिनके लिए किसी भी किरदार को निभाना शायद ही कोई मुश्किल बात हो. विक्रांत, फिल्म छपाक में मालती के लव इंटरेस्ट और एसिड अटैक से पीड़ित महिलाओं के लिए NGO चलाने वाली लड़के अमोल के किरदार में हैं. इस बार भी विक्रांत ने बहुत बढ़िया परफॉरमेंस दी है.
एक ऐसा इंसान जो बहुत सोच-समझकर एसिड अटैक जैसी बड़ी समस्या का सामना करने के लिए काम कर रहा है और पीड़ित लड़कियों की परेशानी को बहुत अच्छे से समझता है. विक्रांत की परफॉरमेंस और लुक दोनों बहुत बढ़िया हैं. वे एक बार फिर ये बात साबित कर रहे हैं कि बॉलीवुड में उन्हें ज्यादा से ज्यादा काम मिलने की जरूरत आखिर क्यों हैं.
5. कड़ा संदेश देती है फिल्म
डायरेक्टर मेघना गुलजार अपनी फिल्म छपाक से आपको सोचने पर मजबूर करती है. इस फिल्म से आपको सीखने को मिलता है कि कैसी जिंदगी में आने वाली बड़ी मुश्किलों का भी सामना किया जा सकता है. कैसे इंसान को हिम्मत करने की जरूरत होती है और निराशा होना कभी भी आपकी परेशानी का हल नहीं होता.
इसके अलावा ये फिल्म आपको एसिड अटैक जैसी गंभीर परेशानी के बारे में जागरुक भी करती है. इस फिल्म से बात जानेंगे कि कैसे रेप जैसी बातों पर लगभग रोज विचार करते हैं, लेकिन एसिड अटैक की समस्या जो रेप जितनी ही बड़ी है, उसके बारे में कोई बात नहीं करता. इसके साथ ही आपको एक एसिड अटैक पीड़िता की मुश्किलों का अंदाजा भी होगा कि कैसे उनके साथ व्यवहार किया जाता है और कैसे वो दुनिया और दुनिया उनके लिए बदल जाती है.