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दीपिका-रणवीर की फिल्म 'पद्मावती' के विरोध में उतरे हार्दिक पटेल

दीपिका पादुकोण की मूवी पद्मावती की शूटिंग अभी शुरू हुई ही नहीं है, लेकिन उसको लेकर विवाद पहले से ही शुरू हो चुके हैं.

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रणवीर सिंह, दीपिका पादुकोण और संजय लीला भंसाली
रणवीर सिंह, दीपिका पादुकोण और संजय लीला भंसाली

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संजय लीला भंसाली की फिल्म 'पद्मावती' की शूटिंग शुरू भी नहीं हुई है कि इसका विरोध शुरू हो गया है. फिल्म में दीपिका पादुकोण चित्तौड़ के राजा रतनसेन की पत्नी रानी पद्मिनी (पद्मावती) का किरदार निभा रही हैं.

फिल्म में दीपिका के पति की भूमिका में शाहिद कपूर नजर आएंगे. वहीं रणवीर सिंह को अलाऊद्दीन खिलजी के रोल के लिए साइन किया गया है. इस फिल्म का विरोध गुजरात में हार्दिक पटेल की अगुआई वाली पाटीदार नवनिर्माण सेना कर रही है. वहीं, राजस्थान में राजपूत करणी सेना इस फिल्म के सख्त खिलाफ है.

हार्दिक पटेल ने फिल्म के निर्देशक संजय लीला भंसाली को चिट्ठी लिखकर चेताया है कि फिल्म में तथ्यों से खिलवाड़ किसी सूरत में नहीं बर्दाश्त किया जाएगा. हार्दिक पटेल ने कहा कि जब तक भंसाली लिखित में आश्वासन नहीं देते तब तक इस फिल्म की शूटिंग गुजरात में नहीं होने दी जाएगी. वहीं राजपूत करणी सेना भी राजस्थान में फिल्म की शूटिंग नहीं होने देने के लिए अड़ी है.

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करणी सेना इस मुद्दे पर हार्दिक पटेल से बात कर चुकी है. हार्दिक ने भंसाली को लिखी चिट्ठी में कहा है कि फिल्म को ऐतिहासिक तथ्यों से तोड़मरोड़ कर रिलीज किया गया तो करोड़ों लोगों की भावनाओं को ठेस पहुंचेगी, ऐसे में कानून और व्यवस्था की समस्या सामने आ सकती है. हार्दिक के मुताबिक गलत तथ्यों के साथ अगर ये फिल्म बनती है तो इसे देश के सिनेमाहॉल में चलने नहीं दिया जाएगा. हार्दिक ने कहा कि रानी पद्मिनी का नाम राजस्थान के इतिहास में बहुत आदर के साथ लिया जाता है. उन्होंने चित्तौड़ के आत्मसम्मान के लिए 1600 और रानियों के साथ जलते कुंड में कूद कर जान दे दी थी. ऐसा उन्होंने अलाउद्दीन खिलजी के चित्तौड़गढ़ पर हमले के दौरान किया था.

हार्दिक के मुताबिक उन्हें राजपूत करणी सेना के सदस्यों ने बताया कि भंसाली ने फिल्म के इतिहास को ठीक तरह से नहीं पढ़ा, ऐसे में रानी पद्मिनी की छवि को नुकसान पहुंचने की आशंका है. हार्दिक ने बताया कि उन्होंने भंसाली से फिल्म का प्रोडक्शन बंद कर पहले राजपूत नेताओं से बात करने के लिए कहा है. हार्दिक के मुताबिक किसी भी फिल्मकार को मनोरंजन के नाम पर इतिहास को नुकसान पहुंचाने का अधिकार नहीं है. हार्दिक ने कहा कि वो पिछले कई अर्से से मेवाड़ में रहने की वजह से यहां के लोगों की भावनाओं को अच्छी तरह जानते हैं.

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बता दें कि इस फिल्म की शूटिंग पहले चित्तौड़गढ़ के ऐतिहासिक किले में होनी थी, लेकिन करनी सेना के विरोध को देखते हुए फिल्म के लिए किले का पूरा सेटअप मुंबई में ही लगाया गया. राजपूत करणी सेना के संभाग प्रभारी भूपेंद्र सिंह राठौड़ का कहना है कि भंसाली की इस फिल्म में रानी पद्मिनी को अलाउदीन खिलजी की प्रेमिका के रूप में बताया जा रहा है जो मेवाड़ के इतिहास को खंडित करने जैसा है.

इससे पहले संजय लीला भंसाली की फिल्म बाजीराव मस्तानी को भी ऐतिहासिक तथ्यों से तोड़मरोड़ के आरोपों की वजह से ही विरोध का सामना करना पड़ा था.

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