धनुष को तमिल दंपत्ति द्वारा अपना बेटा बताने के मामले में एक नया मोड़ आ गया है. मंगलवार को मद्रास हाई कोर्ट ने बताया कि धनुष ने डीएनए टेस्ट करवाने से मना कर दिया है. धनुष का कहना है कि किसी के भी दावा करने से मैं डीएनए नहीं करा सकता, ये मेरा प्राइवेसी का मामला है.
साउथ सुपरस्टार रजनीकांत के दामाद धनुष को अपना बेटा बताने वाले एक दंपत्ति ने मद्रास हाई कोर्ट में मामला दर्ज किया था. दंपत्ति का कहना है
कि धनुष 10 साल की उम्र में घर से भाग गए थे. इस मामले में सुनवाई करते हुए कोर्ट ने मेडिकल टेस्ट कराने का आदेश दिया था.
आखिर किसके बेटे हैं धनुष, क्या ऐसे पता चलेगा...
बता दें दंपती कातिरेसन और मीनाक्षी ने अदालत में याचिका दाखिल कर दावा किया है कि धनुष उनके तीसरे पुत्र हैं. स्कूल के दिनों में वह भागकर
चेन्नई आ गए थे. तब से ये दंपति धनुष को खोज रहे हैं. बाद में फिल्मों में देखकर उन्होंने धनुष को पहचाना. धनुष इस दंपत्ति के दावे से साफ इंकार
कर रहे हैं.
धनुष पैरेंट्स केस: किसके बेटे हैं धनुष, मेडिकल जांच के बाद भी उलझा मामला
अपनी गरीबी का हवाला देकर इस दंपति ने धनुष से 65 हजार रुपये मासिक गुजारा भत्ता देने की मांग की है. इस पूरे मामले पर सुनवाई करते हुए कोर्ट ने धनुष का मेडिकल टेस्ट कराने का आदेश दिया था. कोर्ट को सौंपी गई मेडिकल रिपोर्ट में कहा गया है कि फिलहाल धनुष के कंधे पर कोई तिल नहीं है, लेकिन ऐसा संभव है कि इसे सर्जरी के सहारे मिटा दिया गया हो.
दंपती ने यह भी दलील दी थी कि अभिनेता की ओर से दायर जन्म प्रमाणपत्र वास्तविक नहीं है और उसमें उनका नाम और पंजीकरण संख्या का जिक्र नहीं है.