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दिवाली पर आईं 'ऐ दिल...' और 'शिवाय', जानें कौन सी फिल्म है बेहतर...

अजय देवगन की एक्शन से भरपूर फिल्म 'शिवाय' रिलीज हो गई है और इसका मुकाबला 'ऐ दिल है मुश्किल' से है. दोनों ही फिल्मों का जॉनर एकदम अलग है. एक ऐक्शन है तो दूसरी रोमांटिक कहानी. आइए जानते हैं कि कौन-सी फिल्म कहां ठहरती हैः

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जानें कौन-सी फिल्म रहेगी आगे 'ऐ दिल...' या 'श‍िवाय'
जानें कौन-सी फिल्म रहेगी आगे 'ऐ दिल...' या 'श‍िवाय'

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इस बार दिवाली पर दो बड़ी फिल्में आईं. एक करण जौहर की 'ऐ दिल है मुश्क‍िल' और दूसरी अजय देवगन की 'शिवाय'.

दोनों फिल्मों में प्रमोशन के समय ये ही इतना घमासान था कि धीरे-धीरे करण जौहर और अजग देवगन के बीच की अनबन भी सामने आ गई. वहीं करण जौहर की इस फिल्म में उनकी खास दोस्त और 'मि‍सेज देवगन' यानी काजोल को भी जगह नहीं मिली. वैसे वह उनकी कई फिल्मों की हीरोइन रही हैं और कैमियो भी कर चुकी हैं.

बहरहाल, अब जब दोनों फिल्में आमने-सामने हैं तो जानें कि इनमें से किसका पलड़ा किस मामले में भारी रहा है -

एक्शन या रोमांस
अजय देवगन की 'शिवाय' में बेहतरीन ऐक्शन का इस्तेमाल किया गया है. अजय इस मूड की फिल्मों के स्टार भी हैं. लिहाजा यह फिल्म की मजबूत कड़ी है. बात चाहे बर्फ पर करतब दिखाने की हो या फिर घूमकर गाड़ी में घुसना, फिल्म के ये सीन खासे अच्छे हैं. सिंगल स्क्रीन पर फिल्म को इसका फायदा मिलेगा.

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कैसी है 'शि‍वाय', पढ़ें रिव्यू...

वहीं 'ऐ दिल...' करण जौहर की रोमांटिक फिल्म है जिसमें वह प्यार और दोस्ती के बीच का कंफ्यूजन फिर लेकर आए हैं. उनकी दूसरी फिल्मों की तरह इसमें एक्शन की छोटी-सी डोज भी नहीं है. हालांकि एकतरफा प्यार के इमोशंस जरूर एक खिंची हुई कहानी में पिरोए गए हैं.

कैसे हैं किरदार
'शिवाय' में सारे ही कैरेक्टर बहुत कमजोर है. ऐसा लगता है कि सिर्फ फिल्म की लेंथ को खींचने के लिए ठूंसे गए हैं. वहीं 'ऐ दिल...' के किरदार ही इसकी खूबसूरती हैं.

स्क्रिप्ट का सीक्रेट
'शिवाय' की कहानी जबरदस्ती घिसटती हुई लगती है. ऐसी लगता है कि आप 30 साल पहले की फिल्म देख रहे हों. 'ऐ दिल है मुश्किल' के साथ भी कुछ ऐसा ही है. हालांकि कहानी दो लाइनों में समेटी जा सकती है. करण ने इसे भी पिछली फिल्मों की तर्ज पर ही बनाया है. कुछ सीक्वेंस को छोड़कर स्क्र‍िप्ट हर जगह कमजोर ही रही है.

कैसी है 'ऐ दिल है मुश्किल', पढ़ें रिव्यू...

स्टाइल का सवाल
'शिवाय' स्टाइल के मामले में जीरो है. कोई भी ऐसी चीज नहीं है जहां ध्यान रुकता हो. वहीं 'ऐ दिल है मुश्किल' इस मामले में बेहतर फिल्म है. लोकेशन, सेट डिजाइन, कॉस्ट्यूम का प्रेजेंटेशन बेहतरीन है.

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म्यूजिक का मसला
'ऐ दिल है मुश्किल ' के सभी गाने सुपरहिट हैं. बुलेया, टाइटल ट्रैक, ब्रेकअप सॉन्ग- ये भी गाने खूब बज रहे हैं और लंबे समय तक शादियों-डीजे पर बसेंगे. वहीं, 'शिवाय' गीत में टाइटल सॉन्ग और 'गुस्ताखियां...' गाने अच्छे हैं. बाकी किसी गाने में जान नहीं है.

स्टार पावर
'ऐ दिल है मुश्किल' में लीड पेयर रणबीर कपूर और अनुष्का शर्मा हैं जिनका यूथ के बीच अच्छा क्रेज है. ऐश्वर्या राय, फवाद खान, आलिया भट्ट, लीजा हेडन और शाहरुख खान- इन सभी का कैमियो है. भले ही रोल छोटे हैं लेकिन दर्शकों को खींचने के लिए जैसे फिल्म की मार्केटिंग की गई, उससे इसकी वैल्यू बढ़ी है और बॉक्स ऑफिस पर इसका फायदा भी दिखेगा.
अजय देवगन के अलावा फिल्म में कुछ भी देखने लायक नहीं है.

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