दिल्ली के छात्रों से लिया है 'कुकू माथुर की झंड हो गई' टाइटल
'विकी डोनर', 'खोसला का घोंसला' और 'फुकरे' दिल्ली पर आधारित फिल्में हैं और अब बारी एकता कपूर की है, वे 'कुकू माथुर की झंड हो गई' लेकर आई हैं. यह फिल्म भी दिल्ली पर आधारित है. जानें कैसे रखा गया इसका टाइटल.
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फिल्म 'कुकू माथुर की झंड हो गई' का एक दृश्य
- नई दिल्ली,
- 06 मई 2014,
- (अपडेटेड 06 मई 2014, 1:21 PM IST)
'विकी डोनर', 'खोसला का घोंसला' और 'फुकरे' दिल्ली पर आधारित फिल्में हैं और अब बारी एकता कपूर की है, वे 'कुकू माथुर की झंड हो गई' लेकर आई हैं. यह फिल्म भी दिल्ली पर आधारित है.
उत्तर भारत के जायके को बरकरार रखने के लिए उन्होंने पूरी स्टारकास्ट नई रखी है. यही नहीं, फिल्म का टाइटल भी दिल्ली की गलियों में बोली जाने वाली भाषा से ही लिया गया है.
फिल्म के प्रोड्यूसर बिजॉय नाम्बियार कहते हैं, 'इस फिल्म में पूरा दिल्ली का तड़का है. इस टाइटल को चुनने से पहले हमने दिल्ली के कई कॉलेजों से इनपुट लिया था. हमें झंड शब्द के बारे में कोई जानकारी नहीं थी, लेकिन यह शब्द दिल्ली में काफी लोकप्रिय है. फिल्म में मुश्किल में फंसे ऐक्टर इस बात को बखूबी बयान कर देते हैं.”
डायरेक्टर अमन सचदेवा कहते हैं, 'यह फिल्म मौज-मस्ती को लेकर है और जबरदस्त दोस्ती पर आधारित है.' फिल्म 30 मई को रिलीज हो रही है.