नेशनल अवॉर्ड्स की ज्यूरी ने 65वें राष्ट्रीय पुरस्कारों की घोषणा कर दी है. बेस्ट हिंदी फिल्म की कैटेगरी में न्यूटन ने तमाम फिल्मों को पीछे छोड़ दिया है. फिल्म के निर्देशक अमित मासुरकर के लिए ये बड़ी उपलब्धि है. बता दें कि उन्हें अपनी दूसरी फिल्म के लिए ही इतना बड़ा अवॉर्ड मिला है. उनकी उम्र अभी महज 37 साल है. न्यूटन से पहले उन्होंने 2013 में सुलेमानी कीड़ा का निर्देशन किया था. ये एक कॉमेडी फिल्म थी.
अमित की न्यूटन, बेस्ट फॉरेन कैटेगरी में भारत की और से 90वें एकेडमी अवॉर्ड के लिए भी भेजी गई थी. लेकिन वहां फिल्म पिछड़ गई. हालांकि न्यूटन को एशिया पैसिफिक स्क्रीन अवॉर्ड में बेस्ट स्क्रीन प्ले के लिए पुरस्कार मिला था.
बहुत कम लोगों को इस बात की जानकारी है कि अमित कॉलेज ड्रॉपआउट हैं. अमित का जन्म मुंबई में हुआ था. दादर में शुरुआती पढ़ाई हुई. मनिपाल इंस्टीटयूट से वो इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहे थे, लेकिन फिल्मों से लगाव की वजह से उन्होंने महज 20 साल की उम्र में अपनी पढ़ाई छोड़ दी. हालांकि बाद में उन्होंने मुंबई यूनिवर्सिटी से कला वर्ग में अपना ग्रैजुएशन पूरा किया.
Thank you jury and the Indian audience for the love! I hope this award and the film's success creates a bigger space for relevant political cinema. (1/2)@MIB_India #NationalFilmAwards
— Amit V Masurkar (@Amit_Masurkar) April 13, 2018
This wouldn't have been possible without an incredible cast, crew, and the love and support from the people of Chhattisgarh where we shot the film. (2/2)@MIB_India
— Amit V Masurkar (@Amit_Masurkar) April 13, 2018
अवॉर्ड मिलने पर क्या बोले अमित
अवॉर्ड मिलने पर अमित ने खुशी जाहिर की है. इसके लिए उन्होंने अपनी पूरी टीम को धन्यवाद दिया. उन्होंने इस उपलब्धि का श्रेय अद्भुत कास्ट, क्रू और छत्तीसगढ़ के लोगों को दिया जहां उन्होंने न्यूटन की शूट पूरी की थी. अपनी फिल्म को अवॉर्ड के लिए चयनित करने के लिए अमित ने ज्यूरी का भी धन्यवाद दिया. उन्होंने लिखा, इस प्यार के लिए ज्यूरी और भारतीय दर्शकों को धन्यवाद. उन्होंने कहा, मुझे भरोसा है कि ये अवॉर्ड और इस फिल्म की सफलता रिलेवेंट पॉलिटिकल सिनेमा के लिए बड़ा स्पेस तैयार करेगी.