सेंसर बोर्ड से बर्खास्त किए जाने के बाद से पहलाज निहलानी मिनिस्ट्री को निशाना बनाते हुए एक के बाद एक चौंकाने वाले खुलासे कर रहे हैं. हाल ही में एक चैनल को दिए गए इंटरव्यू में पहलाज ने इस बात का खुलासा किया था कि सरकार ने उन्हें उड़ता पंजाब और बजरंगी भाईजान जैसी फिल्में पास ना करने के निर्देश दिए थे. लेकिन अब पहलाज निहलानी ने साफतौर से कहा है कि सूचना और प्रसारण मंत्री स्मृति ईरानी ने उन्हें सेंसर बोर्ड के अध्यक्ष के पद से बर्खास्त करवाया है.
स्मृति ने कहा इंदू सरकार को बिना कट के करो पास
पहलाज निहलानी ने स्मृति ईरानी के बारे में कहा कि मुझे सेंसर बोर्ड से बाहर करने के पीछे स्मृति ईरानी का हाथ है. वो जहां भी होती हैं अपनी मौजूदगी दिखाती हैं. जिस भी मिनिस्ट्री में गई हैं वहां अपने हिसाब से काम करती हैं. पहलाज आगे तंज कसते हुए बोले, दुनिया ने स्मृति ईरानी का काम देखा है. पहलाज ने आगे एक बड़ा खुलासा करते हुए कहा, स्मृति ईरानी ने मुझे फोन करके फिल्म इंदू सरकार को बिना किसी कट के पास करने को कहा. लेकिन मैंने फिल्म को सेंसर बोर्ड के नियमों के मुताबिक पास कर दिया, ये बात स्मृति ईरानी को बुरी लग गई.
निहलानी का खुलासा- सरकार ने कहा था 'उड़ता पंजाब' पास नहीं होनी चाहिए
निहलानी ने कहा कि उन्हें सेंसर बोर्ड के चीफ के पद से हटाए जाने का कोई गम नहीं है. पहलाज बोले, सेंसर बोर्ड में रहते हुए 30 महीने हो गए और इस कार्यकाल में मेरे काम को संस्कारी बताया गया लेकिन स्मृति ईरानी के आते ही सब बदल गया. निहलानी ने आगे फिल्म बंदूकबाज बाबुमोशॉय की मेकर के साथ सेंसर बोर्ड द्वारा बदसलूकी करने के सवाल पर कहा कि मेकर की ओर से जो आरोप लगाए गए हैं वह बिलकुल झूठ हैं.