टीवी एक्ट्रेस प्रत्यूषा बनर्जी खुदकुशी मामले में एक नया मोड़ आने से उनके बॉयफ्रेंड राहुल राज सिंह पर आरोपी हाने का शक और भी गहरता जा रहा है. खुद राहुल के वकील नीरज गुप्ता ने इस केस से हटना बेहतर समझा. आज तक डॉट कॉम के साथ उन्होंने फोन पर एक्सक्लूसिव बातचीत की. इस दौरान उन्होंने केस से जुड़ी कई हैरान कर देने वाली बातों से पर्दा उठाया.
आइए जानें नीरज गुप्ता ने इस केस से हटने की क्या बड़ी चौंकाने वाली वजहें बताईं:
राहुल के मां बाप का व्यवहार
वह चाहते थे कि मैं उनके मुताबिक ही सब चीजें करूं जैसा वो कहें वैसा मैं
करूं. अब आप बताएं कि मरीज अगर डॉक्टर के पास आएगा तो क्या डॉक्टर मरीज के मुताबिक चलेगा? वो चाहते थे कि मैं उनके हिसाब से चलूं और अपने तरीके से काम ना करूं.
वो चाहते थे कि मैं 24 घंटे राहुल के साथ ही रहूं
राहुल के माता-पिता ने मुझे यह भी कहा
कि राहुल जब तक हॉस्पिटल में हैं तब तक मैं उन्हीं के साथ हॉस्पिटल में बैंठू. क्या यह संभव है कि मैं सुबह से रात तक अपने क्लाइंट के साथ
हॉस्पिटल में ही बैठा रहूं? मैं एक वकील हूं. मेरे पास और भी बहुत से केस हैं. इस केस में मेरी जो जिमेदारी बनती थी मैंने वो किया. राहुल को पुलिस के सामने पेश करने वाला भी मैंही था.
राहुल ने छिपाया पहली पत्नी का सच
राहुल के माता-पिता और खुद राहुल ने मुझसे उनकी पहली शादी की बात भी छिपाई. मुझे तो मीडिया से ही मालूम पड़ा कि उनकी पहले
एक हेयर हॉस्टेस के साथ हो चुकी थी और उनका एक बेटा भी है. तो मेरे कहना यह है कि आप अपने वकील से यह सब चीजें कैसे छिपा सकते हैं. उनकी
पहली पत्नी के बारे में मैं फिलहाल ज्यादा नहीं कहना चाहूंगा. बस इतना कहूंगा कि वह राहुल को बहुत प्यार करती थीं. इस बारे में बाकी जानकारी मैं
जल्द ही मीडिया के साथ शेयर करूंगा.
मीडिया से बात करने से मना किया
राहुल के माता-पिता ने मुझे मीडिया से बात करने से भी रोका. लेकिल जब आप पर मीडिया के जरिए तमाम सवाल उठाए जा रहे हैं तो आपकी जवाबदेही बनती हैं
तो ऐसे आप कैसे मीडिया से मुंह मोड़ सकते हैं.
कहां गया प्रत्यूषा का पैसा?
राहुल के पिता की यह बात भी बड़ी अजीब थी कि वो प्रत्यूषा को दो-चार हजार रुपये भेजा करते थे. अब सवाल उठता है कि एक जानी-मानी एक्ट्रेस क्या सच में हजार रुपये की मोहताज हो गई थी. ऐसा
तो है नहीं कि उन्होंने पैसा नहीं कमाया. सवाल यह उठता है कि उनका पैसा किसने इस्तेमाल किया. प्रत्यूषा की खराब आर्थिक स्थिति के लिए हर वो शख्स जिम्मेदार है जिसने उनके पैसों का इस्तेमाल किया फिर चाहे वो राहुल हो या उनके घरवाले.
मेरे ऊपर किसी का दबाव नहीं है
हमने नीरज गुप्ता से सवाल पूछा कि इंडस्ट्री और ज्यादातर लोग प्रत्यूषा की मौत के लिए राहुल को ही आरोपी मान रहे हैं. तो क्या इस दबाव के चलते आपने केस से बाहर होना ही बेहतर समझा? उन्होंने कहा, 'अगर ऐसा होता तो मैं पहले ही इस केस के लिए नहीं लड़ता. जब मैंने यह केस पकड़ा तो मुझे
इंडस्ट्री के कई लोगों ने ऐसा करने से मना किया. मेरी इंडस्ट्री में एक इमेज है. मैं कोई तीस मार खान तो नहीं लेकिन मैंने आजतक
सिर्फ अपने क्लांइट जो कि गुनहेगार नहीं है उसे बचाने की कोशिश की है. राहुल के केस में भी मैं हर वो चीज सामने लाता जो सच था लेकिन मुझ से
बहुत सी बातें छिपाई जा रहीं थी और फिर मैंने अपने जमीर की आवाज सुनी और इस केस से बाहर होनेकाफैसलाकिया.
मैं सच्चाई सामने लाकर रहूंगा
नीरज ने यह भी कहा कि वह
जल्द ही इस केस से जुड़ी सच्चाई लोगों के सामने लेकर आएंगे ताकि पुलिस को इस केस की जांच-पड़ताल में मदद मिल सके. उन्होंने कहा, 'मैं यह नहीं
चाहता कि किसी बेगुनाह को सजा हो लेकिन अगर राहुल आरोपी हैं तो उन्हें सजा मिलनी चाहिए. अगर नहीं हैं तो उन्हें बचाया जाना चाहिए. मैं अपनी ओर
से इस केस को सुलझाने के लिए पुलिस की मदद करूंगा.'