ब्लॉकबस्टर फिल्म्स 'ईगा' और 'मगाधीरा ' को बनाने वाले डायरेक्टर एस एस राजमौली अब लेकर आने वाले हैं भारत की सबसे बड़ी बजट वाली फिल्म 'बाहुबली' जो की दो हिस्सों में बनाई गई है और अलग अलग रिलीज होगी. यह फिल्म तमिल और तेलुगू के साथ साथ हिंदी में भी रिलीज की जाएगी. हमने राजमौली से कुछ खास बातचीत की और आपके लिए पेश हैं उसी के कुछ मुख्य अंश:
लगभग 318 दिनों तक चली इस फिल्म की शूटिंग की तैयारी कितनी खास थी?
बड़ी तैयारी करनी पड़ी क्योंकि इस फिल्म में 2 पीढ़ियों की बात कहनी थी इसीलिए हमने दो हिस्सों में इस फिल्म को रिलीज करने की सोची है. वैसे तो साढ़े तीन महीनो में स्क्रिप्ट का काम खत्म हो गया था लेकिन पूरी तैयारी करने में लगभग 10 साल लग गए फिर शूटिंग करने में ज्यादा से ज्यादा वक्त लगा.
सुना है इस फिल्म में युद्ध का सीन शूट करने में काफी वक्त लगा?
जी हैदराबाद के रामोजी फिल्मसिटी में युद्ध का सीन हमने 4 महीनो में शूट किया. लगभग 2000 से भी ज्यादा जूनियर आर्टिस्ट सेट पर हर दिन मौजूद थे. बहुत सारी क्रेन्स और अलग अलग चीजों का जमावड़ा हर दिन हुआ करता था.
कितना बजट रहा फिल्म का?
अभी तक पूरी फिल्म शूट नहीं हो पायी है, दूसरा पार्ट थोड़ा बचा है, जिसके बाद ही पता चलेगा की कितना पैसा खर्च हुआ है. लेकिन दोनों हिस्सों का बजट लगभग 250 करोड़ रुपये से ऊपर का है.
सभी के जहन में आपकी फिल्म 'मगधीरा' का आखिरी सीक्वेंस हमेशा ताजा रहता है, तो क्या इस फिल्म में उससे बेहतर करने का दबाव आपके ऊपर था?
नहीं, मैं अपनी पिछली फिल्मों पर आधारित दबाव कभी महसूस नहीं करता.फिल्म बन चुकी अच्छी , बुरी या जैसी भी थी , वो खत्म हो गयी, अब नए काम की बारी है. मैं अपनी पिछली फिल्मों से कुछ भी नहीं लेता हूं. हर फिल्म मेरे लिए पहली फिल्म होती है.
फिल्म को हिंदी में रिलीज करने का प्लान कैसे आया?
हमने फिल्म को तमिल और तेलुगु में शूट किया है लेकिन शुरुआत में ही हमें आईडिया था की इस फिल्म को हिंदी में भी प्रदर्शित कर सकते हैं क्योंकि 'मक्खी' फिल्म भी हिंदी में काफी सराही गयी थी. राणा डुग्गुबत्ती ने करण जौहर को फिल्म के कुछ हिस्सों को दिखाया और करण ने इस फिल्म को हिंदी में प्रेजेंट करने की बात की.
क्या टेक्नोलॉजी का प्रयोग लोगों को आकर्षित करेगा?
नहीं, लोगों को इमोशन से कनेक्ट होता है, और टेक्नोलॉजी तो सिर्फ कहानी को और अच्छे तरह से पेश करने का ढंग है. तो मुझे लगता है ये कहानी लोगों को पसंद आएगी.
क्या आप कभी हिंदी फिल्म को साउथ में रीमेक करेंगे?
मुझे रीमेक बनाना पसंद नहीं है. मैं फ्रेश फिल्म बनाना चाहूंगा. और अगर कभी ऐसा हुआ की मुझे हिंदी फिल्म की रीमेक बनानी होगी तो मैं उस फिल्म का चयन करूँगा जिसने यहां अच्छा बिजनेस नहीं किया.
क्या आप हिंदी फिल्में देखते हैं, पिछली कौन सी देखी थी?
मैं ज्यादा हिंदी फिल्में नहीं देख पाटा. पिछली फिल्म मैंने 'पीके' देखी थी. मैं राजू हिरानी का बड़ा फैन हूं.
आपके बचपन में कौन से फेवरेट डायरेक्टर थे?
मुझे तो बचपन में पता ही नहीं था की किसी फिल्म में कोई डायरेक्टर भी होता है. काफी बाद में पता चला की डायरेक्टर भी होता है और मैंने भी डायरेक्टर बनने का ख्वाब देखा. उन दिनों मणिरत्नम, रामगोपाल वर्मा सभी के लिए आदर्श माने जाते थे. बाद में 'माया बाजार' फिल्म बनाने वाले डायरेक्टर के वी रेड्डी का बड़ा फैन बन गया.
क्या डबिंग के दौरान आपको लगता है की कॉन्टेंट पर प्रभाव पड़ता है?
जी ,अगर सही डबिंग नहीं हुयी तो कॉन्टेंट को खतरा हो जाता है. इसीलिए हम डबिंग के दौरान 2-3 बार चेक करते हैं . बहुत छोटे छोटे पल ऐसे होते हैं जहां आपको डबिंग के दौरान भावनाओ का भी ध्यान देना होता है. तो हम इन सभी बातों का ख्याल रखते हैं.
आपकी फिल्म में तमन्ना भाटिया भी हैं जिनकी पिछली फिल्मों ने बॉक्स ऑफिस पर अच्छा नहीं किया है, तो उन्हें लेना आपको रिस्क लगता है?
मैं अपने एक्टर्स का ट्रैक रेकॉर्ड कभी नहीं देखता. उनकी पिछली फिल्मों से मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता है. मैं सिर्फ उनको अपने किरदारों में देखता हूं.
बाहुबली की तुलना बॉलीवुड की फिल्मों 'कृष' इत्यादि से भी की जा रही है?
मेरी फिल्म एक सुपरहीरो वाली फिल्म नहीं है. यह एक पीरियड फिल्म है. तो ऐसी तुलना करना गलत है. मेरी फिल्म में राजा ,रानी ,योद्धा इत्यादि हैं. दर्शकों के लिए इमोशनल कॉन्टेंट है. यह पूरी तरह से काल्पनिक कहानी है.
क्या आप कोई महिला प्रधान फिल्म करना चाहेंगे?
मैं कभी भी पुरुष या महिला प्रधान फिल्म सोच कर नहीं बनाता. मैं अपने आईडिया के अनुसार फिल्में बनाता हूँ. थ्रिलर , एक्शन, कॉमेडी जो भी विषय होता है ,उसी के अनुसार फिल्म बनाता हूँ. ये बात भी सही है की मैंने अपनी 9 फिल्मों में अभी तक महिला प्रधान किरदार नहीं देखा है. लेकिन बाहुबली में कई महिला किरदार हैं जो अहम रोल निभाती हैं.
क्या रिलीज से पहले आपको भय लगता है?
हाँ, मैं भी इंसान हूं (हंसते हुए) , जरूर ऐसा लगता है की इतने सालों की मेहनत कल दर्शकों तक पहुंचेगी. तो ऐसी फीलिंग आती है. मेरा काफी बड़ा परिवार है, मैं घर का सबसे छोटा लड़का हूँ , मेरे परिवार वाले मेरी सुरक्षा के साथ साथ काम के प्रति अच्छी क्रिटिक भी हैं. वो बताते हैं की क्या अच्छा है या क्या नहीं है.
फिल्मों की सेंसरशिप के बारे में आप क्या मत है?
सच कहूँ तो मुझे 'सेंसरशिप' बिल्कुल पसंद नहीं है. इसकी वजह से काम अच्छा और ज्यादा बुरा ही होता है. क्रिएटिविटी को सेंसर नहीं करना चाहिए. ये एक डायरेक्टर की आँखों से दिखाया गया सच होता है. फिल्मों का सेंसरशिप करना अच्छा नहीं है.
क्या आप आमिर खान के साथ फिल्म करने वाले हैं?
मेरी आमिर से कई साल पहले मुलाकात हुई थी, और ज्यादा बातचीत नहीं हुई है, तो अभी तो नहीं, लेकिन भविष्य में कुछ भी हो सकता है.