इस हफ्ते की रिलीज हुई फिल्म 'सुल्तान' ने तीन दिनों के भीतर सौ करोड़ का आंकड़ा पार कर लिया है. फिल्म की इस कामयाबी को लेकर 'सुल्तान' के डायरेक्टर 'अली अब्बास जफर' से हुई खास बातचीत के पेश हैं कुछ अंश:
तीन दिनों में फिल्म ने 100 करोड़ का आंकड़ा पार कर लिया है, क्या कहना चाहेंगे?
अच्छा लग रहा है, एक डायरेक्टर के रूप में सबसे ज्यादा खुशी तब मिलती है जब लोग आपकी फिल्म को सराहते हैं. काफी अच्छा महसूस हो रहा है.
रिलीज से एक रात पहले क्या आलम था?
मुझे नींद ही नहीं आई, क्योंकि उसके ठीक पहले स्क्रीनिंग थी, फिर घर पहुंचकर सोने की कोशिश की लेकिन नींद नहीं आई, फिर लग रहा था कि
जैसे स्कूल का रिजल्ट आने वाला है. बिल्कुल वैसी ही फीलिंग थी. लोग ट्विटर पर अपनी बात बताते जा रहे थे. बहुत ही भयानक वक्त था.
'सुल्तान' आपके लिए कितनी स्पेशल हो गई है?
मुझे लगता है कि मेरी पहली दो फिल्मों से जो मैंने सीखा, उसे 'सुलतान' के दौरान सुधारने की कोशिश की है. हालांकि 'सुलतान' भी सम्पूर्ण नहीं है, वो
भी थोड़ी और बेहतर हो सकती थी.
क्या 'सुल्तान' की शूटिंग के पलों को मिस करते हैं?
सब कुछ ड्रीम जैसा लगता है क्योंकि शूटिंग के दौरान सिर्फ स्ट्रगल और मेहनत थी, और अब ऑडियंस इसे सराह रही है, काफी अच्छा लगता है.
सलमान खान को डायरेक्ट करना चैलेंज था?
इतना मुश्किल नहीं था, उनका इतना शानदार अनुभव है जिसकी वजह से मेरा काम आसान हो जाता था, एक एक्टर और डायरेक्टर की रिलेशनशिप
ट्रस्ट पर कायम रहती है और हम दोनों का एक दूसरे के प्रति भरोसा बहुत ज्यादा था.
इमोशनल, फाइट सीक्वेंस, रोमांस में से किसका फिल्मांकन में सबसे मुश्किल क्या था?
मेरे ख्याल से इमोशनल चीजें शूट करना सबसे मुश्किल था क्योंकि ये एक ऐसी चीज है जिसे सिर्फ महसूस किया जा सकता है.
'सुल्तान 2' की तैयारी है?
नहीं अभी तो ऐसी कोई तैयार नहीं है, मैं तो पहले ही हाथ जोड़ चुका हूं. तो अभी अगले पार्ट की कोई तैयारी नहीं चल रही.
आने वाली फिल्में?
2-3 कहानियां हैं, फिलहाल मुझे एक छोटा ब्रेक चाहिए, फिर सोचूंगा की कौन सी कहानी पर काम करना है.
फिल्म के लिए दर्शकों की प्रतिक्रिया देखकर सलमान खान का क्या मैसेज आया?
हम दोनों का दिल का रिश्ता है, मैं सलमान से ईद पर मिला था. उन्होंने मुझे जोर से गले लगाया, और मैंने कहा की मैं छोटा हूं मुझे ईदी दीजिए, तो
सलमान ने मुस्कुराकर कहा, 'बॉक्स ऑफिस पर मिल तो रही है, जाकर ले लो.'
सलमान की क्या सबसे अच्छी बात लगती है?
उनकी आंखें बहुत कुछ कह जाती हैं. बिना कुछ कहे ही वो बहुत कुछ कह जाते हैं. साथ ही उनकी मुस्कुराहट बहुत ही अच्छी है , जिसे देखकर मन
खुशहो जाता है.
क्या कॉन्ट्रोवर्सी से फिल्म को फायदा हुआ?
फिल्म को कॉन्ट्रोवर्सी से कभी भी फायदा नहीं होता.