अभिनेता-फिल्मकार फरहान अख्तर ने असहिष्णुता विवाद पर सोमवार को अभिनेता आमिर खान और शाहरुख खान का समर्थन करते हुए कहा कि हर किसी को अपनी राय कायम करने का अधिकार है और इसमें हमेशा किसी को संदेह की नजर से नहीं देखना चाहिए.
आमिर और शाहरुख को देश में कथित रूप से बढ़ती असहिष्णुता के मुद्दे पर अपने विचार जाहिर करने पर कड़ी आलोचना का सामना करना पड़ा था. फरहान ने कहा, लोग एक खास विचार को उठाते हैं, अगर आपको लगता है कि वे गलत हैं तो उन्हें सही कीजिए लेकिन आप जो करते हैं उसका एक सम्मानित तरीका होना चाहिए. आप हर समय किसी के विचार को लेकर उसके इरादे पर संदेह नहीं कर सकते.
उन्होंने कहा, मुझे लगता है कि अपने विचार व्यक्त करने वाले लोगों के प्रति यह थोड़ा कठोर है. आपको उनके साथ बात करनी चाहिए और जानना चाहिए कि वे ऐसा क्यों कह रहे हैं. अगर वे गलत हैं तो आप उन्हें सही कर सकते हैं लेकिन इसका भी एक सही तरीका होना चाहिए.
फरहान ने कहा, 'मैं मानता हूं कि हम अभिव्यक्ति की आजादी वाले लोकतंत्र में रहते हैं. मेरा मानना है कि लोगों को वह कहने का अधिकार है जो वो कहना चाहते हैं. यह महत्वपूर्ण है कि वह जो कहना चाहें वो कहें. अगर आप उनसे सहमत नहीं हैं तो आप उनसे असहमत हो सकते हैं. आप चर्चा कर सकते हैं और आपके पास एक क्रियाशील संसद है.
फरहान ने बताया कि संसद नहीं चलने पर नागरिक चिंतित होते हैं. उन्होंने कहा, हम सब बहुत चिंतित होते हैं, जब पूरे सत्र संसद नहीं चलती क्योंकि विवाद के चलते बात रुक जाती है और लोग बाहर चले जाते हैं, कोई आपस में संवाद नहीं करना चाहता. मेरा सोचना है कि इस तरह से प्रगति नहीं की जा सकती.