मशहूर अभिनेता कमल हासन ने कहा कि जब राजनीति में आने की बात आती है, तो उन्हें असफलता का डर नहीं लगता. क्योंकि यहां कुछ ऐसा नहीं होगा, जहां दूसरी फिल्म के लिए रुपये कमाने हैं. 63 वर्षीय अभिनेता ने कहा कि तमिलनाडु के लोगों की बेहतरी के लिए काम करने के लिए राजनीति में आने का उनका विचार बना है.
समाचार एजेंसी भाषा ने हासन के हवाले से कहा, ‘‘मुझे विफलता का डर नहीं है, क्योंकि यह फिल्म बनाने के बारे में नहीं है. यहां तक कि यह रुपये कमाने के बारे में भी नहीं है. यह अपने आप को बेहतर बनाने के लिए है.’’ शनिवार को वो टाइम्स डेल्ही लिटफेस्ट में एक चर्चा में बोल रहे थे. हासन ने कहा कि अब समय आ गया है कि लोग अपनी रोजाना की समस्या का हल तलाशने के लिए आगे आए और दूसरों को जिम्मेदार ठहराने से रोकें.
जब उनसे पूछा गया कि तमिलनाडु के बारे में बात करने के लिए राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली क्यों आए हैं, तो अभिनेता हासन ने कहा, ''वहां से देश की शुरुआत होती है. वह मेरी दहलीज है. मैं अपनी देहलीज को साफ करना चाहता हूं और इसलिए मैंने वहां से शुरू किया है.'' अभिनेता ने संजय लीला भंसाली की फिल्म ‘पद्मावती’ का एक बार फिर समर्थन किया और उन्होंने कहा कि लोग फिल्म के बारे में ‘अतिसंवेदनशील’ हो रहे हैं.
फिल्म ‘विश्वरूपम’ का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि यह गलत है कि लोग फिल्म को देखने से पहले उस पर रोक लगाने की मांग कर रहे हैं. हासन ने कहा, ''मैंने फिल्म (पद्मावती) नहीं देखी. किसी ने भी ‘विश्वरूपम’ नहीं देखी थी, लेकिन फिर भी वह मुझ पर प्रतिबंध लगाना चाहते थे, यह गलत है. उसे रिलीज करना चाहिए और अगर फिर कुछ होगा, तो मैं समझ सकता हूं. मुझे लगता है कि हम अत्यधित संवेदनशील हो रहे हैं. मैं फिल्म निर्माता के तौर पर नहीं, बल्कि एक भारतीय के तौर पर बोल रहा हूं.''