कश्मीर पर बनी अपनी नई फिल्म लम्हे को लेकर बिपाशा बसु भारी उत्साह में हैं. वे कहती भी हैं, ''मैं खुद को अभी से आसमान में महसूस कर रही हूं.'' फिल्म रिलीज होने में अभी वक्त है, लेकिन वे मीडिया के हर किसी से गुजारिश करती हैं कि फिल्म देखने के बाद उन्हें अपनी राय जरूर दें. उन्हें पूरा भरोसा है कि सब उनके काम को पसंद करेंगे. बिपाशा को बस यह सवाल अच्छा नहीं लगता कि क्या इस फिल्म के लिए वे राष्ट्रीय पुरस्कार की उम्मीद कर रही हैं. उनका तर्क था कि पब्लिक उनके काम को और फिल्म को पसंद करे, इससे बड़ा पुरस्कार कोई और नहीं होगा. इस फिल्म में उनके साथ जॉन अब्राहम भी होते, तो कैसा होता? इस सवाल पर उनका जवाब भी कम मजेदार नहीं था-जॉन से अलग भी मेरी पहचान है और जरूरी नहीं कि मैं उनके साथ ही काम करूं. मेरी कामयाबी पर वे भी खुश हैं. वाह!