बॉलीवुड एक्टर सलमान खान के मामले में अभियोजन पक्ष ने आज राजस्थान उच्च न्यायालय को बताया कि फॉरेंसिक विग्यान प्रयोगशाला (एफएसएल) टीम की ओर से दो जगहों से इकट्ठा किए गए खून और बाल के नमूनों से पता चलता है कि मारा गया हिरण एक विलुप्तप्राय चिंकारा था.
अतिरिक्त महाधिवक्ता केएल ठाकुर ने जज निर्मलजीत कौर को बताया कि एफएसएल टीम ने उजलिया भाकर नाम की एक जगह से खून से सनी मिट्टी के नमूने इकट्ठा किए थे. उजलिया भाकर में ही 1998 में कथित तौर पर सलमान ने एक चिंकारा को मार डाला था. ठाकुर ने कहा कि टीम ने जोधपुर से करीब 40 किलोमीटर दूर मथानिया में घोड़ा फार्म से बाल के नमूने इकट्ठा किए थे.
खून और बाल के नमूने चिंकारा के
एफएसएल रिपोर्ट के हवाले से ठाकुर ने कहा, 'एफएसएल टीम की रिपोर्ट में साफ
तौर पर जिक्र है कि दोनों जगह से इकट्ठा किए गए खून और बाल के नमूने किसी चिंकारा के थे, इससे दोनों सरकारी गवाहों- हरीश दुलानी और गोवर्धन
सिंह के इस बयान को बल मिलता है कि खान ने उजलिया भाकर में चिंकारा की हत्या की और फिर उसके शव को साफ-सफाई के लिए फार्म हाउस ले
गए.'
सलमान ने इस मामले में सत्र अदालत की ओर से खुद को सुनाई गई पांच साल की सजा के खिलाफ उच्च न्यायालय में एक पुनरीक्षण याचिका दायर की है. आज अभियोजन की ओर से की जा रही बहस का लगातार तीसरा दिन था. अभियोजन कल भी अपनी बहस जारी रखेगी. कल अभियोजन की बहस पूरी हो जाने की उम्मीद है.