scorecardresearch
 

उधम सिंह की बायोपिक में विक्की कौशल, सामने आया पहला लुक

उरी: द सर्जिकल स्ट्राइक फेम विक्की कौशल की आगामी फिल्म फ्रीडम फाइटर सरदार उधम सिंह की बायोपिक का फर्स्ट लुक रिवील हो गया है. विक्की कौशल शानदार लुक में नजर आ रहे हैं.  

Advertisement
X
सरदार उधम सिंह में विक्की कौशल का लुक
सरदार उधम सिंह में विक्की कौशल का लुक

Advertisement

उरी: द सर्जिकल स्ट्राइक फेम विक्की कौशल की आगामी फिल्म फ्रीडम फाइटर सरदार उधम सिंह की बायोपिक का फर्स्ट लुक रिवील हो गया है. क्लीन शेव, ओवर साइज कोट और हाथ में हैट लिए विक्की कौशल काफी इंटेंस नजर आए. इसके अलावा विक्की कौशल के दांए गाल पर घाव का निशान भी देखने को मिला. शूटिंग के दौरान की एक और तस्वीर सामने आई है. जिसमें विक्की कौशल डायरेक्टर शूजित सरकार के साथ नजर आ रहे हैं. फोटो देखकर ऐसा लग रहा है जैसे शूजित, विक्की कौशल को कुछ समझा रहे हैं. फिल्म की शूटिंग सेंट पीटर्सबर्ग में हो रही है.

बता दें, कि ये फिल्‍म 2020 में रिलीज होगी. रितेश शाह और शुभेंदु भट्टाचार्य ने इसे लिखा है. प्रोड्यूसर रॉनी लहरी और शील कुमार हैं. इस रोल के लिए पहले इरफान खान को चुना गया था, लेकिन उनकी बीमारी के चलते विक्की कौशल को कास्ट किया गया. 

Advertisement

हाल ही में दिए एक इंटरव्यू में विक्की कौशल की कास्टिंग को लेकर शूजित सरकार ने बताया था- इंटेंसिटी और गुस्सा जो मैंने पहली मुलाकात के दौरान विक्की की आंखों में देखा, इससे मुझे यकीन हो गया कि वो उधम की भूमिका निभाने के लिए एकदम सही इंसान हैं. वो इस रोल के लिए बिल्कुल परफेक्ट हैं. फिल्म उधम सिंह के जीवन पर आधारित है, विशेष रूप से एक घटना के बारे में जिसके लिए हम पहले ही रिसर्च कर चुके हैं. क्योंकि विक्की एक सिख परिवार पंजाब से हैं तो बहादुर सेनानी को पर्दे पर दिखाने की उनकी बड़ी जिम्‍मेदारी है.

शूटिंग के दौरान घायल हो गए थे विक्की

बता दें कि विक्की कौशल गुजरात में एक फिल्म की शूटिंग के दौरान घायल हो गए थे. उनके चेहरे पर गंभीर चोट लगी थी. विक्की कौशल एक एक्शन सीक्वेंस की शूटिंग कर रहे थे जब उन्हें यह चोट लगी. उन्हें 13 टांके आए. फिल्म उधम सिंह के फर्स्ट लुक में भी उनके चेहरे पर निशान साफ देखने को मिल रहा है.

कौन हैं उधम सिंह ?

उधम सिंह गदर पार्टी का हिस्‍सा थे. उधम सिंह ने 13 मार्च 1940 को जनरल डायर को मारा था. इसके बाद उधम सिंह को दोषी मानते हुए 31 जुलाई 1940 में फांसी दी गई थी. जनरल डायर ने 1919 में अमृतसर में जलियांवाला बाग हत्याकांड का आदेश दिया था. बता दें कि बायॉपिक में भारत के स्वतंत्रता संग्राम के लिए दिए गए इस महत्वपूर्ण योगदान को दिखाया जाएगा.

Advertisement
Advertisement