आज जन्मदिन है मशहूर अभिनेत्री जया बच्चन का, जिन्हें आज भी लोग उनके फिल्मी किरदार 'गुड्डी' और 'मिली' के लिए याद करते हैं. 9 अप्रैल 1948 को मध्यप्रदेश के जबलपुर में जया का जन्म हुआ था. आइए जानते हैं इस अदाकारा के बारे में कुछ खास बातें.
1. जया बच्चन, सदी के महानायक अमिताभ बच्चन की धर्म पत्नी होने के साथ साथ अभिनेता अभिषेक बच्चन की मां और विश्व सुंदरी और अभिनेत्री ऐश्वर्या राय बच्चन की सास हैं.
2. जया बच्चन ने अमिताभ के साथ पहली बार 1972 की फिल्म 'बंसी बिरजू' की थी और उसके बाद कई फिल्में की हैं. उनमें से जंजीर, अभिमान, चुपके चुपके, मिली, शोले और कभी खुशी कभी गम काफी सफल फिल्में थीं.
3. 15 साल की छोटी सी उम्र से ही जया बच्चन का एक्टिंग करियर शुरू हो गया था, उन्होंने निर्देशक सत्यजित रे की 1963 की बंगाली फिल्म 'महानगर' में सपोर्टिंग एक्ट्रेस का किरदार निभाया था.
4. सत्यजित रे से प्रभावित होकर जया ने फिल्म एंड टेलेविजन इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया (FTI) ज्वाइन कर लिया था और गोल्ड मेडल जीतकर वहां से पास होकर निकली थीं.
5. 1988 की अमिताभ बच्चन की फिल्म 'शहंशाह' को जया बच्चन ने ही लिखा था.
6. फिल्म 'शोले' की शूटिंग के दौरान जया बच्चन गर्भवती थीं और फिल्म में उन्होंने 'राधा' का किरदार निभाया था, जिससे जय उर्फ अमिताभ बच्चन को प्यार था.
7. लीड एक्ट्रेस के तौर पर जया बच्चन की आखिरी फिल्म थी 1981 की फिल्म 'सिलसिला'. और लगभग 18 साल के ब्रेक के बाद फिर से 1998 में जया ने गोविन्द निहलानी की फिल्म 'हजार चौरासी की मां' साइन की थी और फिर कभी खुशी कभी गम, कल हो ना हो, फिजा में भी जया ने काम किया.
8. 2004 में समाजवादी पार्टी की तरफ से जया बच्चन राज्यसभा सदस्य बनीं. 9. 1992 में जया बच्चन को 'पद्मश्री' से सम्मानित किया गया था.
10. जया बच्चन को कई फिल्मों जैसे उपहार, अभिमान, कोरा कागज, नौकर, हजार चौरासी की मां, फिजा, कभी खुशी कभी गम, कल हो ना हो के लिए फिल्मफेयर पुरस्कार मिले हैं.
11. मशहूर एक्टर डैनी , जिनका असली नाम 'शेरिंग फैंटसो' था. उन्हें 'डैनी' नाम भी जया बच्चन ने ही दिया था, वो FTI में जया बच्चन के जूनियर थे.
12. जया बच्चन ने फिल्म 'ये वादा रहा' में पूनम ढिल्लो और टीना मुनीम की आवाज डब की थी, और यही कारण है की पूरी फिल्म में एक ही तरह की आवाज सुनाई पड़ती है.
13. जया बच्चन को अपने साथ बैग लेकर जाना नापसंद है और यही कारण है की उन दिनों जया के हर एक परिधान में 2 पॉकेट्स जरूर हुआ करते थे जिनमें वो अपना जरूरी सामान रख लिया करती थीं.