बॉलीवुड एक्टर सनी देओल लोकसभा चुनाव 2019 में भारतीय जनता पार्टी की गुरदासपुर सीट से चुनाव लड़ रहे हैं. सातों चरण का मतदान हो चुका है. 23 मई को साफ हो जाएगा कि कौन जीत का जश्न मनाएगा और कौन हार का मुंह देखेगा. सनी देओल चुनाव प्रचार में भरसक मेहनत करते नजर आए थे. लेकिन क्या उन्हें जीत नसीब होगी?
बॉलीवुड एक्टर सनी देओल ने ग्राउंड पर चुनाव प्रचार करने में कोई कसर नहीं छोड़ी. वह लोगों से मिले और उन्होंने अपनी लोकसभा सीट पर मतदाताओं की दिक्कतों को काफी कम समय में ज्यादा से ज्यादा समझने का प्रयास किया. तो क्या सनी देओल इस चुनाव में जीतेंगे यह सवाल काफी अहम है. वो इसलिए भी क्योंकि सनी देओल के चुनाव प्रचार में उनके पिता धर्मेंद्र, भाई बॉबी देओल, चचेरे भाई समेत कई लोग नजर आए.
लेकिन हेमा मालिनी नदारद रहीं. मालूम हो कि हेमा मालिनी सनी देओल की सौतेली मां हैं. उनकी सगी मां प्रकाश कौर 2 नवंबर 1982 को दुनिया से विदा हो गई थीं. उत्तर प्रदेश की मथुरा सीट से भारतीय जनता पार्टी के लिए चुनाव लड़ रहीं हेमा अपनी सीट पर प्रचार में बिजी रहीं और बेटे को आशीर्वाद देने नहीं पहुंचीं. वैसे भी हेमा और सनी देओल कभी एक दूसरे के साथ नजर नहीं आते हैं. चुनावी समर में दोनों भले ही एक ही पार्टी से लड़ रहे हैं लेकिन एक दूसरे को सपोर्ट करते नहीं दिखे.
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ऐसे में सवाल ये उठ रहा है कि क्या सनी देओल की नैया पार लगेगी? सनी देओल से पहले भारतीय जनता पार्टी की इस पारंपरिक सीट से विनोद खन्ना चुनाव लड़े थे. उनके निधन के बाद कयास लगाए जा रहे थे कि भाजपा उनकी पत्नी को इस सीट से टिकट देगी लेकिन देशभक्त हीरो की छवि रखने वाले सनी देओल को ये मौका मिला.