रंगों का त्योहार होली आ गया है, और बॉलीवुड में भी इसकी धमक सुनी जा सकती है. फिल्मों के रिलीज होने के मामले में देखें तो रंगों का यह त्योहार दीयों के त्योहार दीवाली से एकदम अलग है. जहां फिल्म निर्माता साल भर दीवाली का इंतजार करते हैं तो वहीं रंगों के इस त्योहार को बॉक्स ऑफिस के लिहाज से उतना अहम नहीं माना जाता है.
विश्लेषक इसकी वजह परीक्षाओं के सीजन को भी मानते हैं क्योंकि मार्च में बोर्ड और स्कूल परीक्षाएं रहती हैं, जिस वजह से बॉलीवुड अपने हाथ खींचकर रखता है. या तो वह इस सीजन में कम ही फिल्म रिलीज करता है या फिर कम बजट फिल्मों को लाने की उसकी जुगत रहती है. वैसे भी पिछली सात होली वीकेंड पर नजर डालने पर यह बात और साफ हो जाती है कि होली का त्योहार बॉलीवुड की वरीयता में काफी नीचे रहता है.
2016 में होली 24 मार्च को थी. 18 मार्च को कपूर ऐंड संस रिलीज हुई जबकि 25 मार्च को 'रॉकी हैंडसम' ने दस्तक दी. 'कपूर एंड संस' जहां बॉक्स ऑफिस पर अच्छा बिजनेस करने में कामयाब रही. 35 करोड़ रु. की इस फिल्म ने लगभग 75 करोड़ रु. का कारोबार किया था जबकि रॉकी हैंडसम औंधे मुहं गिरी थी. उधर, 2015 की होली (6 मार्च) फिल्मों के मामले में एकदम ठंडी रही थी. इस वीकेंड मलिका शेरावत की डर्टी पॉलिटिक्स रिलीज हुई और इसके साथ चार अन्य फिल्में भी आई थीं. लेकिन कोई भी फिल्म बॉक्स ऑफिस पर अपना दम नहीं दिखा सकी.
2014 भी ऐसा ही रहा. 14 मार्च को बेवकूफियां रिलीज हुई. लेकिन सोनम कपूर और आयुष्यमान खुराना की रोमांटिक कॉमेडी फिल्म को कमजोर कहानी और ट्रीटमेंट की वजह से दर्शक नहीं बन सके. 2013 भी ऐसा ही रहा. 20 मार्च को रंगरेज रिलीज हुई और 27 मार्च को अजय देवगन की हिम्मतवाला आईं. लेकिन दोनों ही फिल्में कमजोर कहानी की वजह से बॉक्स ऑफिस पर पानी मांगती नजर आईं. हालांकि कुछ अपवाद भी हुए हैं, जैसे 9 मार्च को कहानी रिलीज हुई और इस मजबूत कहानी वाली कम बजट ने बॉक्स ऑफिस पर ताबड़तोड़ कमाई की. 2011 में कोई फिल्म रिलीज नहीं हुई जबिक 26 फरवरी 2010 में रिलीज हुईं कार्तिक कॉलिंग कार्तिक और तीन पत्ती भी कोई खास रंग नहीं जमा सकी थी.
हालांकि इस हफ्ते वरुण धवन और आलिया भट्ट की बद्रीनाथ की दुलहनिया रिलीज हुई है. फिल्म में पुराने गानों से लेकर गोविंदा स्टाइल तक हर कुछ पिरोया गया है. देखना यह है कि फिल्म कितने आगे तक जाती है.