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मैं बहुत डरपोक हूंः बिपाशा बसु

भारत की पहली क्रीचर फिल्म ‘क्रीचर 3डी’ के साथ बिपाशा बसु, बॉलीवुड की भी पहली ए ग्रेड एक्ट्रेस बन गई हैं जिन्होंने सबसे अधिक हॉरर तथा सुपर नैच्युरल फिल्में की हैं. उनसे बातचीत के खास अंशः

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भारत की पहली क्रीचर फिल्म ‘क्रीचर 3डी’ के साथ बिपाशा बसु, बॉलीवुड की भी पहली ए ग्रेड एक्ट्रेस बन गई हैं जिन्होंने सबसे अधिक हॉरर तथा सुपर नैच्युरल फिल्में की हैं. उनसे हुई बातचीत के खास अंशः

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हॉरर फिल्मों के आकर्षण की क्या वजह है?
‘क्रीचर 3डी’ हॉरर नहीं थ्रिलर फिल्म है. यह जुरासिक पार्क, ग़ॉडज़िला और ऐनाकोंडा जैसी क्रीचर फिल्म है. रही बात आकर्षण की तो यह मेरा मोह नहीं उत्साह है. इसमें जो डर है वह ऐसा डर है जो आम तौर पर अनजानी चीज़ों को लेकर होता है. वैसे भी यह भारत की पहली क्रीचर फिल्म है. अगर मैं यह फिल्म नहीं करती तो मुझसे अधिक बेवकूफ और कोई नहीं होता.

अपनी पिछली हॉरर फिल्मों को देखते हुए अब आप यह कह सकती हैं कि डर के आगे जीत है?
बिल्कुल नहीं बल्कि मैं आज भी यही कहूंगी कि मैं बहुत फट्टू हूं. अभी मैं अपनी अगली हॉरर फिल्म ‘अलोन’ की शूटिंग कर रही थी. शूटिंग के दौरान एक सीन में अंधेरे में मैं एक सोफे पर लेटी रहती हूं और हल्के से अपना सिर घुमाती हूं. जैसे ही मैं अपना सिर घुमाती हूं मेरा सामना उस भूत से होता है जो ठीक मेरे सामने खड़ी होती है. मेरे और उसके चेहरे के बीच मात्र एक इंच का फासला था और सीन के मुताबिक मुझे जोर से चिल्लाना था. मैंने जैसे ही उस भूत को देखा मैं चिल्लाने लगी. पहले लोगों को लगा मैं ऐक्टिंग कर रही हूं लेकिन जब उन्होंने देखा कि मैं लगातार चींखे जा रही हूं तो वह मेरे पास आए और मुझे शांत कराया. आपको जानकर हैरानी होगी कि मैं लगातार 15 मिनट तक गहरे सदमे में थी. मजे की बात यह है कि फिल्म में भूत का किरदार निभानेवाली एक बाईस तेईस साल की युवा लडकी थी. उससे पहली मुलाकत भी काफी डरावनी थी. हुआ यूं कि वह कहीं अंधेरे में बैठी थी और जैसे ही उसने मुझे देखा एक स्माइल दी. आप यकीन नहीं करेंगे कि अंधेरे में भूत का मेकअप लगाये उस लडकी की हंसी इतनी डरावनी थी कि मैं चींख पडी. हालांकि बाद में मैंने उस लडकी से कहा भी कि यार तुम ऐसे मेक अप लगाकर अंधेरे में बैठोगी तो ज़रूर किसी ना किसी को हार्ट अटैक आ जाएगा.

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दर्शक ‘क्रीचर’ जैसी फिल्मों के लिए तैयार हैं?
हमारे यहां कई ऐसी फिल्में बनती हैं जो बिना सिर पैर की होती हैं लेकिन कई बार सौभाग्य से वह चल पडती हैं. अब जब ऐसी फिल्मों को दर्शक देख सकते हैं तो यह क्यों नहीं. मैं यह बात दावे से कह सकती हूं कि हमारी यह फिल्म काफी मनोरंजक होगी.

इमरान अब्बास के साथ अनुभव?
इमरान बहुत प्यारे इंसान हैं. वे पाकिस्तान से हैं और उनकी तहजीब का जवाब नहीं. मुझे याद है जब मैं पहली बार उनसे मिली तो उन्हें बातें करते देख मुझे लगा कि मैं कितनी झल्ली हूं. जोर से चिल्लाना, ठहाके लगाना और जोर-जोर से बातें करना मेरी आदत है सो इमरान को देखकर मुझे लगा इनकी तरह शांत रहा जाए. यही नहीं मैंने दो दिन उनकी तरह तहजीब में रहने की कोशिश भी की लेकिन फिर मुझे लगा यह मेरे बस की बात नहीं. हां, जब वह साथ रहते तो मैं उनसे कहती कि तुम बातें करो क्योंकि उनकी हिंदी इतनी अच्छी है कि उनके सामने मेरी जुबा सिल जाती थी. वह अक्सर मुझ से पाकिस्तान में बॉलीवुड फिल्मों के क्रेज और मेरी फैन फॉलोइंग का ज़िक्र किया करते थे.

सुना है क्रीचर की शूटिंग शुरू करने से पहले आप साऊथ के मंदिरों में गई थीं?
जी नहीं मैं गई नहीं थी लेकिन हां मैंने उनका काफी अध्ययन किया है. अभी प्रमोशन के दौरान हो सकता है हम वहां जाए. आखिर हम भी तो देखें हमारे राक्षस और उनके राक्षस में क्या समानताएं हैं.

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क्रीचर का फाइनल कट देखने से आपने इनकार कर दिया था?
यह कोई नई बात नहीं. यह मैं हर फिल्म के दौरान करती हूं. मेरी तो कोशिश यही रहती है कि मैं उन्हें कभी ना देखूं लेकिन क्या करूं मुझे उनकी डबिंग करनी होती है. डबिंग के दौरान चाहकर भी मैं कहीं छिप नहीं पाती. मजे की बात यह है कि उस समय तो ईमानदारी से मैं उसे कर लेती हूं लेकिन घर आने के बाद उसका एक एक सीन मुझे याद आने लगता है. फिर एक एक कर पूरे घर की लाइट चालू कर तेज आवाज के साथ मैं टीवी चालू कर लेती हूं. यही वजह है कि अपनी नौकरानी को मैं अपने कमरे में सुलाती हूं. कई बार जब ज़्यादा डर जाती हूं तो अपने दोस्तों या बहनों को घर बुला लेती हूं. इनफैक्ट इस बार मैंने ‘अलोन’ के लिए भूषण से कह दिया है कि तुम लोग इसका सिंक वॉइस रख लेना क्योंकि मैं डबिंग नहीं करने वाली हूं.

विक्रम भट्ट के साथ आप काफी फिल्में कर चुकी हैं, कैसा रहा यह साथ?
विक्रम एक ऐसे डायरेक्टर हैं जो मुझमें यकीन करते हैं और मैं उनमें. मुझे याद है राज़ 3 के बाद जब उन्होंने मुझे इस फिल्म के बारे में बताया तो मैं उत्साहित हो गई. तभी हंसते हुए उन्होंने कहा कि इस पूरे बॉलीवुड में तुम एकमात्र ऐसी पागल एक्ट्रेस हो जो क्रीचर फिल्म के लिए इतनी उत्साहित है. दरअसल बतौर निर्देशक वह मेरे अभिनय को और मांजते हैं. वह आम निर्देशकों जैसे नहीं हैं, वे कुछ अलग करना चाहते हैं. इसी में उन्हें खुशी मिलती है.

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