'बजरंगी भाईजान' की अपार सफलता ने एक बार फिर साबित कर दिया कि सलमान खान ही बॉलीवुड के सबसे बड़े स्टार हैं. लेकिन आपको ये जानकर हैरानी होगी कि सलमान खुद को स्टार नहीं मानते बल्कि वह तो खुद को एक्टर भी नहीं मानते. ऐसी ही कुछ दिलचस्प बातें बताई सलमान ने जब हमारी टीम ने उनसे बात की.
क्या आपको लगता था फिल्म इतनी बड़ी हिट साबित होगी?
एक फीलिंग तो थी, लेकिन हमेशा से हमारी सोच थी कि जितने लोग भी फिल्म देखने जाएंगे, हमें पता चलना चाहिए कि हमने जो सोच रखी है, लोग उससे इत्तेफाक रखते हैं. हिंदुस्तान और पाकिस्तान के लोगों की मानवता को दिखाने की हमारी कोशिश कामयाब रही.
सबसे अच्छी प्रशंसा आपको क्या मिली?
आमिर, शाहरुख ने बिना फिल्म देखे ही उसका पहला लुक ट्वीट किया, उसके बाद सभी मित्रों ने फिल्म को सराहा और दर्शकों का ढेर सारा प्यार और इज्जत मिली है, और क्या चाहिए. यही बहुत है.
कई क्रिटिक को यह आपकी बेस्ट फिल्म लगी है?
मैंने अपने आपको कभी एक्टर या स्टार नहीं माना है, ये मेरा बड़प्पन है (मजाक में), लेकिन अच्छा है लोगों को यह फिल्म अच्छी लग रही है.
कई लोगों को लगता है की आपको नेशनल अवार्ड मिलना चाहिए?
जो लोग भी यह बात कह रहे हैं, ये उनका बड़प्पन है, लेकिन मेरे हिसाब से ऐसे कई सारे एक्टर्स हैं जिन्हे नेशनल अवार्ड मिलना चाहिए. लोगों ने फिल्म को थिएटर में जाकर देखा है, 4 -5 बार तक देखा है, इससे बड़ा नेशनल अवार्ड क्या होगा. पब्लिक ने मुझे पहले ही यह अवार्ड दे दिया है.
'बजरंगी भाईजान' के साथ आप सफल प्रोड्यूसर भी बन गए?
जी इसका क्रेडिट फिल्म के स्क्रिप्ट राइटर के वी. विजेंद्र प्रसाद को जाना चाहिए, जिनकी लिखी हुई फिल्म 'बाहुबली' और 'बजरंगी भाईजान' दर्शकों को अच्छी लग रही हैं. वो मेरे पास स्क्रिप्ट लेकर आये थे और कबीर और मुझे दोनों को ये फिल्म बहुत पसंद आई. फिर हमने यह फिल्म बनाई.
पाकिस्तान में भारतीय लड़की गीता का केस भी सामने आया है, आप उसे कैसे हेल्प करने वाले हैं?
सरकार इस मामले पर ध्यान दे रही है, और मुझे भरोसा है जो लड़की 15 साल से पाकिस्तान में है उसके परिजन की पहचान होगी और वह घर जरूर आ पाएगी.
आपके 'याकूब मेमन' के ऊपर लिखे हुए ट्वीट को हटाने के बारे में भी काफी कॉन्ट्रोवर्सी हुई?
उसके बारे में हम बाद में बात करेंगे. किसी सही समय पर जरूर बात करेंगे.
'शोले' फिल्म के 40 साल पूरे होने वाले हैं, फिल्म से जुडी आपकी यादें क्या हैं?
जब हम बड़े हो रहे थे तो 'शोले' फिल्म का प्रीमियर देखने गए थे. मैं और अरबाज, हम दोनों अपने सिंधिया स्कूल का ब्लेजर पहने हुए थे. पहली बार हम किसी फिल्म के प्रीमियर को देखने गए थे. दुर्भाग्यवश वह फिल्म दो हफ़्तों तक किसी को पसंद नहीं आई थी. जिसके बाद मेकर्स फिर से क्लाइमेक्स की शूटिंग करने जा रहे थे जहां अमिताभ बच्चन के किरदार 'जय' को जिन्दा रखने की बात की जा रही थी. लेकिन ठीक दो हफ्ते के बाद फिल्म किसी और लेवल पर चली गयी. 'शोले' से मैंने एक बात सीखी है की वो एक ऐसी फिल्म है जिसने इन्फोर्मेशन के बजाय 'डायलॉग्स' को जगह दी.
'शोले' फिल्म की रीमेक बने तो आप कौन सा किरदार करेंगे?
फिल्म के सारे किरदार अच्छे हैं, लेकिन 'शोले' जैसी फिल्म दोबारा नहीं बन सकती, कई लोगों ने प्रयास किया, लेकिन वो असफल रहे.