हाल ही में खबर आई थी कि रंग रसिया अपने अंतरंग सीन्स को देखते हुए फिल्म रिलीज से पहले फिल्म की हीरोइन नंदना सेन ने मेकर्स के लिए नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट का फरमान जारी किया है.
अब इस मामले पर नंदना का कहना है, ‘’यह सच नहीं है. मैं और केतन, हम दोनों इस एनओसी वाली खबर से हक्के-बक्के रह गए हैं कि आखिर यह बातें आई कहां से. जब से इस फिल्म की शुरूआत हुई है तब से लेकर अब तक यह जितना केतन का प्रिय विषय है उतना ही मेरा भी है.
फिल्म में दिखाए गए इंटिमेट और सेंसीटिव सीन्स से न मुझे तब कोई आपत्ति थी न अब है. हां, मैंने इस खबर को क्लैरिफाई करने में कुछ समय ज़रूर लिया क्योंकि मुझे अपने परिवार से बैठकर बात करनी थी. मुझे खुशी है कि मेरे साथ उनका सहयोग है. मुझे नहीं लगता मैं अपनी ही फिल्म में खुद को सेंसर करूंगी. बात सिर्फ इतनी है कि निर्माता, निर्देशक तथा डिस्ट्रीब्यूटर्स में से किसी भी टीम मेंबर्स ने मुझसे इसके प्रमोशन के बारे में कोई बात नहीं की थी. मेरे पास जो खबर आई वह एनओसी की थी जो पूरी तरह से बेबुनियाद है. मैं फिल्म की क्रिएटिव आजादी में रोड़े पैदा करूं, इसका सवाल ही पैदा नहीं होता.’
आखिरकार छह साल बाद फिल्म रिलीज होने जा रही है इस बात से नंदना काफी खुश हैं. वे कहती हैं, ‘इतने लंबे अंतराल के बाद इस फिल्म को रिलीज होते देख मुझे ऐसा लग रहा है मानों सालों पतझड़ में रहने के बाद बहार आ ही गई.’
2013 में जॉन मैकिंसन के साथ ब्याह रचाकर न्यूयॉर्क में बस चुकीं नंदना का मानना है कि शादी उनकी फिल्मों के चुनाव में रोड़ा नहीं बन सकती. वे कहती हैं, ‘मैं अपने काम के प्रति आज भी पैशनेट हूं. बतौर कलाकार इस किरदार के प्रति मेरा नजरिया वही रहेगा जो छह साल पहले था. हालांकि उस समय भी मेरे लिए इस किरदार को निभाना किसी चुनौती से कम नहीं था. हां, इस किरदार को लेकर मैं भी काफी डरी हुई थी लेकिन तब तक जब तक कि मैंने इसे अपनाया नहीं था. मेरे लिए रंग रसिया महत्वपूर्ण फिल्म है. यही वजह है कि मैं आज भी इस फिल्म और इसके प्रत्येक सीन के प्रति उतनी ही वफादार हूं जितनी पहले थी.’
अपने मैरिड लाइफ के बारे में वे कहती हैं, ‘मैं बहुत खुश हूं लेकिन आज भी मैं अपनी जिंदगी अपने तरीके से जीती हूं, न कि सामाजिक तरीके से. शादी से पहले जब मैंने रंग रसिया’ की शूटिंग की, तब भी मैं जॉन के साथ प्रेम संबंधों में थी लेकिन तब भी मैं एक मज़बूत औरत थी. मैं समझती हूं जब आप किसी रिलेशनशिप में होते हैं तब आपकी मर्यादाएं समाज नहीं बल्कि इमोशनल कमिटमेंट तय करते हैं.’