आदित्य रॉय कपूर ने 2009 में लंदन ड्रीम्स के साथ बॉलीवुड में दस्तक दी थी लेकिन आशिकी-2 ने तो बॉलीवुड में उनकी राह ही बदल डाली है. फिल्म ने चार दिन में 24.75 करोड़ रु. का कारोबार किया है. इस कामयाबी की वजह से 27 वर्षीय आदित्य उत्साह से लबरेज हैं. इंडिया टुडे के एसोसिएट कॉपी एडिटर नरेंद्र सैनी से हुई बातचीत के प्रमुख अंशः
आशिकी-2 साइन करते समय उम्मीद थी कि फिल्म इतनी बड़ी हिट होगी?
उस समय यह तो पता था कि स्क्रिप्ट अच्छी है लेकिन इस तरह की कामयाबी को लेकर कुछ खास नहीं सोचा था. शूटिंग करते समय पॉजिटिव फीलिंग आ रही थी.
आशिकी-2 की स्क्रिप्ट में क्या पसंद आया था?
राहुल जयकर का रोल चैलेंजिंग था. कैरेक्टर थोड़ा काम्प्लेक्स था तो मुझे लगा करना चैलेंजिंग होगा. फिर मोहित सूरी जैसा डायरेक्टर होना भी स्क्रिप्ट को दम देता है.
अब फिल्म सफल हो चुकी है, तो फैन्स से किस तरह का रिस्पॊन्स मिल रहा है?
अकसर मै ट्रैफिक से बचने के लिए बाइक का इस्तेमाल करता हूं. आजकल जब भी मैं बाइक से निकलता हूं तो दो-तीन बाइक्स मुझे घेर लेती हैं और फिल्म या उसके गाने को लेकर बातें करने लगती हैं.
अब आगे भी सोलो फिल्में करेंगे?
बिल्कुल. लेकिन इसके साथ ही मुझे अच्छी फिल्में भी करनी हैं. बतौर एक ऐक्टर ग्रो करना है.
स्क्रिप्ट चुनते समय किस बात का खास ख्याल रखते हैं?
अच्छी कहानी और डायरेक्टर क्योंकि फिल्म रिलीज तो एक दिन में हो जाती है लेकिन उसकी शूटिंग में छह महीने तक लग जाते हैं. इसलिए वह छह महीने मस्ती में काम करते हुए गुजरने चाहिए.
आपके दोनों भाई (सिद्धार्थ रॉय कपूर और कुणाल रॉय कपूर) और भाभी (विद्या बालन) से फिल्म चुनते समय किस तरह का सपोर्ट मिलता है?
बेशक सब अपनी राय देते हैं. लेकिन आखिरी फैसला मेरा अपना ही होता है. इन लोगों से किसी भी बात के हर पहलू को समझने में मदद मिलती है.
विद्या बालन ने आशिकी-2 देखने के बाद आपकी काफी तारीफ की थी, आपको कैसा लगा?
वह पल मेरे लिए काफी खास था क्योंकि मेरा पूरा परिवार यह फिल्म देखने आया था. फिल्म का ऐंड होने के बाद सबके चेहरे पर जो इमोशन मैंने देखे वह मेरे लिए सबसे इंपोर्टेंट थे.
आपकी आने वाली फिल्में?
फिलहाल तो यह जवानी है दीवानी ही आ रही है. बाकी फिल्मों पर अभी बात चल रही है कुछ भी फाइनल नहीं हुआ है.