फिल्म 'बोल बच्चन' में बेस्ट कॉमेडियन का आइफा अवॉर्ड जीतने के बाद अभिषेक बच्चन शाहरुख खान के साथ फिल्म 'हैप्पी न्यू इयर' में एक सपोर्टिंग किरदार करते दिखे थे. अब अभिषेक बच्चन फिल्म 'आल इज वेल' में ऋषि कपूर के साथ दिखने वाले हैं. फिल्म इसी हफ्ते रिलीज होने जा रही है. हमने इसी सिलसिले में बात की अभिषेक से तो उन्होंने हमारी टीम को फिल्म के बारे में कई दिलचस्प बातें बताईं.
अभी तक फिल्म के लिए बेस्ट कॉम्प्लिमेंट क्या मिला है?
मुझे लगता है कि अभी लोगों को फिल्म देखनी चाहिए, फिर कॉम्प्लिमेंट का पता चलेगा. वैसे गाने 'नाचा फर्राटे' की शूटिंग के दौरान डायरेक्टर उमेश शुक्ला ने फिल्म का ट्रेलर हमें दिखाया तब चिंटू अंकल (ऋषि कपूर) जी ने कहा कि बहुत ही अच्छा ट्रेलर है यार, चिंटू अंकल और मुझे दोनों को ये ट्रेलर पसंद आया. जैसा सोचा था, उससे ज्यादा अच्छा ट्रेलर का रिस्पांस है.
ऋषि कपूर और सुप्रिया पाठक जैसे सीनियर एक्टर से कुछ सीखा है?
सुप्रिया जी और मेरी यह चौथी फिल्म है, तो मैं उन्हें मेरी निरुपा रॉय कहता हूं. मुझे उनकी परफॉर्मेंस की स्टाइल काफी अच्छी लगती है और चिंटू अंकल मेरे पापा के बाद मेरे सबसे फेवरेट हैं. 'दिल्ली 6' के बाद मैं उनके साथ फिल्म करना चाहता था. उमेश ने मुझे वो मौका दिया. चिंटू अंकल 40 साल से इंडस्ट्री में हैं और आज भी उनके आने से वही एनर्जी सेट पर बरकरार रहती है.
'गुरु' और 'बोल बच्चन ' फिल्मों को देखने पर आप क्या सोंचते हैं?
'जो बीत गयी वो बात गयी' , जो आपने कर लिया, वो कर लिया, अब उसके आगे बढ़िए. कभी पीछे मुड़ के नहीं देखना चाहिए. कल के बारे में सोचना चाहिए.
ड्रीम रोल के बारे में क्या कहना है?
बचपन में हर संडे हम सब दोस्त आदि (आदित्य चोपड़ा) के घर क्रिकेट खेला करते थे, एक दिन वहां शाहरुख भी आये थे, तो हम उनसे बात कर रहे थे. हमने पूछा की आपका ड्रीम रोल क्या है? फिर शाहरुख ने ऐसी बात कही जो मेरे दिल में घर कर गयी. शाहरुख ने कहा, 'उस पल में जो आप फिल्म कर रहे हो, वही आपका ड्रीम रोल होना चाहिए क्योंकि अगर वो तुम्हारा ड्रीम रोल नहीं है तो तुम 100 नहीं दे पाओगे.'
आपने 'गुरु' जैसी गंभीर फिल्में की हैं लेकिन फिर भी क्रिटिक्स आपकी कॉमेडी फिल्मों को ज्यादा तवज्जो देते हैं?
यह चॉइस की बात है, मैंने 'रिफ्यूजी' की, उसके बाद 'तेरा जादू चल गया,' फिर 'ढाई अक्षर प्रेम के,' मैंने हमेशा चैलेंजिंग रोल करने की कोशिश की है. अभी 'आल इज वेल' कर रहा हूं जो एक फैमिली फिल्म है. तो यह चॉइस है. हर एक्टर की लाइफ में ऐसे फेज आते हैं.
'आल इज वेल' और 'पीकू' एक जैसी फिल्में हैं?
नहीं, ऐसा नहीं है, पीकू के द्वारा शूजित सरकार ने जीवन का एक पहलू परोसा है लेकिन 'आल इज वेल' एक पूरी कहानी है जिसका निर्धारित अंत भी होता है. तो दोनों अलग-अलग तरह की फिल्में हैं, हां रोड ट्रिप और पारिवारिक बातचीत की समानता है.
उमेश शुक्ला से क्या सीखा आपने?
उमेश मनोरंजक अवतार में अपनी बात कह जाते हैं. एक दिन उन्होंने ऐसे ही कहा की 'ऐसा पिछली बार कब हुआ था जब आप घर जाकर अपने माता-पिता का हाल-चाल पूछे थे?' यह सुनते ही मैं गंभीर सोच में पड़ गया, और मुझे एहसास हुआ कि वो सही कह रहे हैं, मैंने तुरंत घर फोन किया और मां और पापा की सुध ली.' अब मैं अक्सर मां को यूं ही फोन करके हाल-चाल पूछ लेता हूं. वैसे हमारे माता-पिता कभी भी बिना सोचे हमसे हाल-चाल जरूर पूछते हैं. मुझे तो अभी भी पिताजी बोलते हैं कि रात को जल्दी घर आना.
प्रह्लाद कक्कर की फिल्म कब कर रहे हैं?
ऐसी कोई भी फिल्म नहीं बन रही अभी, जब बनेगी तो जरूर बात करेंगे.
आजकल ट्रेंड है तो क्या आप सुपरहीरो बनेंगे दुबारा?
आज कल ट्रेंड है तो ट्रेंड के पीछे भागना नहीं चाहिए नहीं तो आप पिटेंगे. बेहतर है जो भी करें, दिल से करें. जो कहानी आपको प्रेरित करे, उसे बनाना चाहिए.
टीवी शो या सीरीज करने का प्लान है?
नहीं अभी तो नहीं, मैंने 5 साल पहले नेशनल बिंगो नाइट शो किया था. मुश्किल था लेकिन मजा आता था. टेलीविजन बहुत बड़ा माध्यम है. अभी तो कोई प्लान नहीं है, भविष्य में कुछ होगा तो देखेंगे.
आने वाले फिल्में?
अभी कबड्डी लीग में व्यस्त हूं और फिर 'हाउसफुल 3 ' की शूटिंग शुरू हो जायेगी.