मुसलमान होने पर केंद्रित अपने एक लेख पर उठे विवाद से चिंतित बॉलीवुड अभिनेता शाहरुख खान ने कहा है कि उन्होंने हमेशा धर्मनिरपेक्षता, धार्मिक सहिष्णुता, विनोदपूर्ण माहौल का समर्थन किया है लेकिन उन्हें लगता है कि उन्हें अब सिर्फ 100 करोड़ रुपये का व्यवसाय करने वाली फिल्मों और अपनी अभिनेत्रियों के बारे में बात करनी चाहिए.
'आउटलुक' पत्रिका के टर्निग प्वाइंट और न्यूयार्क टाइम्स में छपे अपने लेख का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि वह एक धर्मनिरपेक्ष और सुखद लेख था. शाहरुख ने कहा, 'यह किसी और चीज के बारे में बात नहीं करता. यह एक बेहद धर्मनिरपेक्ष और सुखद लेख है. यह मैंने अपने बच्चों के लिए लिखा और कहा कि उन्हें यह पढ़ना चाहिए.'
शाहरुख के इस लेख पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए पाकिस्तान के गृहमंत्री रहमान मलिक ने भारत सरकार को शाहरुख को सुरक्षा दिए जाने की बात कही थी वहीं भारत के सूचना प्रसारण मंत्री मनीष तिवारी और गृह सचिव आर.के. सिंह ने कहा था कि भारत अपने मामलों का ख्याल रखने की क्षमता रखता है.
अपने इस लेख पर उपजे विवाद से परेशान शाहरुख ने कहा, 'मेरे लिए जिंदगी काफी अच्छी और धन्य रही है लेकिन कुछ चीजें ऐसी हैं जिसका मैंने समर्थन किया है और चाहता हूं कि लोग इसे जानें. मैंने धर्मनिरपेक्षता, धार्मिक सहिष्णुता, विनोदपूर्ण माहौल और खेल का भी समर्थन किया है और मैं चाहता हूं कि लोग यह जानें. लेकिन जब इस तरह की चीजें होती हैं, तब मुझे महसूस होता है कि आप मेरे 100 करोड़ की फिल्म और उसकी अभिनेत्री के बारे में ही सुनना चाहते हैं, और अब इसी बारे में बात करुंगा.'
शाहरुख के मुताबिक वह इस लेख में पठान और मुसलमान को लेकर बनाई गई परंपरावादी धारणा के बारे में बात कर रहे थे जो कि वह नहीं हैं.
उन्होंने कहा, 'खान या पठान के लिए तीन चीजें जरूरी मानी जाती हैं. पहला लम्बी कद-काठी और दिखने में बांका, जो मैं नहीं हूं. लेख में कहा गया है कि मुसलमानों को आम इंसान की तरह होना चाहिए और तीसरी बात यह कि अगर आप एक प्रसिद्ध हस्ती हैं, तो आपको खास तरीके से व्यवहार करना चाहिए जो मैं नहीं करता. मेरे बारे में निराशावादी बातें सोचे जाने के बावजूद मैंने यह लिखा, मैं अपने देश से मिले प्यार की वजह से निराशावादी नहीं रहा हूं और अचानक मुझे यह प्रतिक्रिया मिली.'
शाहरुख के मुताबिक वह खुद को भारत में सुरक्षित महसूस करते हैं इसलिए उन्होंने यह लेख लिखा. शाहरुख ने कहा, 'मैं इस देश में पूरी तरह सुरक्षित और खुश महसूस करता हूं.'