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'बुलेट राजा' के प्रमोशन और वोटर अवेयरनेस कैंपेन के लिए दिल्ली पहुंचे सैफ को आया गुस्सा

'बुलेट राजा' सैफ अली खान दिल्ली आने से तौबा कर चुके हैं. फिल्म के प्रमोशन के लिए दिल्ली आए नवाब सैफ मीडिया के सामने हाथ जोड़कर ये कहते नजर आए कि मुझे नहीं लगता कि स्टार्स को दिल्ली आना चाहिए. मैं तो नहीं आऊंगा.

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सैफ अली खान
सैफ अली खान

'बुलेट राजा' सैफ अली खान दिल्ली आने से तौबा कर चुके हैं. फिल्म के प्रमोशन के लिए दिल्ली आए नवाब सैफ मीडिया के सामने हाथ जोड़कर ये कहते नजर आए कि मुझे नहीं लगता कि स्टार्स को दिल्ली आना चाहिए. मैं तो नहीं आऊंगा.

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क्यों भड़क गए 'बुलेट-राजा'
हुआ यूं कि चुनाव आयोग ने फिल्म 'बुलेट राजा' की टीम को वोटर्स अनेयरनेस कैंपेन के लिए बुलाया था. फिल्म की टीम ने भी इस चुनावी गहमागहमी को फिल्म के प्रमोशन के लिए कैश कराने का सोचा. प्रेस कॉन्फ्रेंस करीब 2.30 घंटा देर से शुरु हुई. चुनाव आयोग की तरफ से भी मीडिया को प्रेस कॉन्फ्रेंस के समय की सूचना दी गई थी. फिल्म की टीम जब पहुंची तो मीडिया का सारा गुस्सा सैफ पर निकला और नवाब से माफी मांगने के लिए कहा गया. लेकिन सैफ ये कहकर पल्ला झाड़ लिया कि उनकी कोई गलती नहीं है.

'ट्रैफिक में फंसा मैं तो क्या गलती मेरी'
सैफ ने कहा कि वो ट्रैफिक में फंसे थे और इसमें उनकी कोई गलती नहीं. सैफ अली खान बोले, 'मेरी गलती होती तो मैं सॉरी बोल देता. मैं दो घंटे तक ट्रैफिक में फंसा रहा. इसमें मेरी क्या गलती है.'

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मीडिया के गुस्से को सैफ ने कहा 'पागलपन'
सैफ की इस सफाई को मीडिया मान भी लेती, लेकिन उन्होंने चुनाव आयोग द्वारा हुई अव्यवस्था और मीडिया के गुस्से को पागलपन और यहां तक कि जंगल तक कह डाला. इसके बाद सैफ ने सॉरी भले ही बोल दिया हो, लेकिन इसके बावजूद उन्हें मीडिया के गुस्से का सामना करना पड़ा. जिसके चलते उन्होंने दिल्ली आकर फिल्म प्रमोट करने के नाम से ही तौबा कर ली. इतना ही नहीं बाउंसर्स बुलाकर मीडियाकर्मियों से धक्का-मुक्की भी हुई. फिर क्या था सैफ, सोनाक्षी सिन्हा, तिग्मांशु धूलिया, जिमी शेरगिल समेत सभी प्रेस कॉन्फ्रेंस से उठ कर चले गए. इस पूरे ड्रामे के साथ ही चुनाव अधिकारियों की भी खूब फजीहत हुई.

सैफ ने क्या सोचा और क्या हो गया!
सैफ ने सोचा था कि चुनाव आयोग के साथ हाथ मिलाकर वो एक तीर से दो निशाने कर लेंगे. वोटर्स में जागरुकता फैलाएंगे, साथ ही अपनी फिल्म का प्रमोशन भी कर लेंगे. लेकिन उनके दोनों तीर निशाने पर नहीं लगे. एक तो प्रेस कॉन्फ्रेंस में करीब 3 घंटे देर से पहुंचे और दूसरा 'बुलेट रैली' भी नहीं निकाल पाए. कुल मिलाकर उनका अवेरनेस कैंपेन और फिल्म प्रमोशन दोनों फ्लॉप शो साबित हुआ और जाते-जाते वो दिल्ली कभी नहीं आने का भी वादा कर गए.

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