कंगना रनौत का करण जौहर संग पुराना विवाद है. ये तब शुरू हुआ जब एक्ट्रेस ने करण के शो में जाकर उन्हें मूवी माफिया और नेपोटिज्म को बढ़ावा देने वाला कहा. कंगना की बदौलत ही इंडस्ट्री में नेपोटिज्म पर बहस छिड़ी है. कई मंचों और इंटरव्यू में करण और कंगना ने एक-दूसरे पर सवाल उठाए हैं. इंडिया टुडे कॉन्क्लेव के 18वें संस्करण में कंगना रनौत ने एक बार फिर करण जौहर पर निशाना साधा.
एक्ट्रेस ने कहा- ''करण जौहर ने IIFA के मंच पर मेरा मजाक उड़ाया. नेपोटिज्म पर कहा. उसने मुझे जॉबलेस कहा. कहा कि मुझे उससे काम चाहिए. मैंने कहा, मेरा टैलेंट देखो और अपनी फिल्में देखो. क्या सच में. उसने मुझे लंदन में किसी प्लेटफॉर्म में जॉबलेस कहा. मुझे लगता है कुछ लोगों को च्यवनप्राश खाना चाहिए.''
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कंगना ने फिल्म इंडस्ट्री को लताड़ा
कंगना रनौत ने इंडस्ट्री में उनके खिलाफ हो रही गुटबाजी पर भी बात की. उन्होंने कड़ी प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए कहा- ''मैं ऐसी परिस्थिति से आई हूं जहां मेरे पास प्लान बी नहीं है. मैं सुबह उठकर यही सोचती हूं कि कैसे मैं सबके बीच से अपना रास्ता निकालकर चलूं. मेरी जर्नी देखें तो जब मैं मुंबई आई तो मेरे परिवार में से किसी के पास पासपोर्ट नहीं था. कोई मुंबई नहीं आया था. मैंने कठिन समय झेला है. उन्होंने मेरे पास कोई रास्ता नहीं छोडा था. लेकिन किसी को तो मरना था तो मैंने सोचा मैं क्यों मरूं.''
कंगना को नहीं चाहिए किसी का सपोर्ट
कंगना ने ये भी कहा, ''मुझे किसी का सपोर्ट नहीं चाहिए. मैं अपने बलबूते सक्सेसफुल हुई हूं. मैंने हमेशा अपनी आवाज उठाई है. बॉलीवुड क्लासेस के लिए है. ये कुछ लोगों के लिए काम करता है. जब आप चैलेंज करोगे तो लोग भड़केंगे ही. मेरे पास प्लान बी नहीं था. सिस्टम ऐसा है कि वे आपकी आवाज बंद करना चाहेंगे. हमारे जैसे लोग नहीं रह पाते जो आवाज उठाते हैं.''