इस साल 25 जनवरी को रिलीज हुई कंगना रनौत की फिल्म मणिकर्णिका: द क्वीन ऑफ झांसी ने बॉक्स ऑफिस पर अच्छा बिजनेस किया. कंगना के काम की भी खूब तारीफ़ हुई. लेकिन फिल्म इंडस्ट्री से किसी ने मणिकर्णिका को खुले तौर पर सपोर्ट नहीं किया. जिसकी वजह से कंगना ने तमाम बॉलीवुड सेलेब्स को निशाने पर लिया. इंडिया टुडे कॉन्क्लेव के 18वें संस्करण में कंगना ने बताया कि क्यों उन्होंने मणिकर्णिका को सपोर्ट नहीं मिलने पर सेलेब्रिटीज को आड़े हाथ लिया था.
सेशन मॉडरेटर सुशांत मेहता से बाचतीत में कंगना ने अपने अटैक का बचाव करते हुए कहा, ''मणिकर्णिका से पहले मैंने कभी किसी को कुछ नहीं कहा. जब क्वीन रिलीज हुई तो फिल्म के लिए मैं इंडस्ट्री के कई लोगों से मिली और कहा कि सोसाइटी पर बेस्ड इस मूवी को सपोर्ट मिलना चाहिए. क्वीन के बाद मेरी कई फिल्मों आईं, लेकिन उन्हें किसी का सपोर्ट नहीं मिला. मणिकर्णिका सिर्फ मेरी फिल्म नहीं थी. ये मूवी हर भारतीय के लिए बनी.''
''मणिकर्णिका के लिए मैं कई लोगों के पास गई. लेकिन किसी ने कुछ नहीं कहा. मूवी देखने के बाद मुझे कई लोगों के फोन आए. मगर जब मैंने उनसे कहा कि इसके सपोर्ट में ट्वीट करो तो वे एकदम गायब हो गए. मुझे अजीब लगता है कि कई फीमेल एक्ट्रेसेस ने मुझसे कहा कि तुम तो स्ट्रॉन्ग हो, लेकिन मैं अकेली हूं. इसलिए मैं कुछ नहीं लिख सकती, ना ही कुछ कह सकती हूं. ये बेहूदा है.''
बकौल कंगना, ''मैं फिल्म इंडस्ट्री से अपने कुछ दोस्तों के ट्रायल में अपने इवेंट और शूटिंग कैंसल करके गई थी. लेकिन जब मेरी फिल्म की बारी आई तो वे स्क्रीनिंग में नहीं आए. इस फिल्म के लिए हर भारतीय का सपोर्ट चाहिए था.''
बता दें, कंगना ने मणिकर्णिका से बतौर निर्देशक डेब्यू किया है. फिल्म को कंगना से पहले कृष ने डायरेक्ट किया था. दोनों के बीच क्रेडिट शेयरिंग का विवाद लंबा चला. वहीं कंगना के कई को-एक्टर्स ने उनपर रोल काटने का इल्जाम भी लगाया.