इंडिया टुडे कॉन्क्लेव के 18वें संस्करण के दूसरे दिन बॉलीवुड एक्ट्रेस कंगना रनौत ने शिरकत की. उनके सेशन #BreakingBad: On creativity, kicking ass. And rewriting the rules of being a woman को जर्नलिस्ट सुशांत मेहता ने मॉडरेट किया. अपने बेबाक एडिट्यूड और बयानों के लिए मशहूर कंगना रनौत का कहना है कि वे अपने दम पर स्टार बनी हैं. उन्हें किसी के सपोर्ट की जरूरत नहीं है.
कंगना ने कहा- ''मुझे फिल्म इंडस्ट्री से किसी का सपोर्ट नहीं चाहिए. मैंने खुलकर कहा था कि मैं खान एक्टर्स के साथ काम नहीं करूंगी. मेरे शायद ही ऐसी एक्टर होंगी जिसने बड़े प्रोडक्शन हाउस और हीरो के साथ काम नहीं किया. मैंने अपने बलबूते सफलता पाई है. मैंने अपने रूल सेट किए हैं. मैंने अपने करियर में ज्यादातर नए डायरेक्टर्स और प्रोड्यूसर संग काम किया है. मैंने हमेशा अपनी आवाज उठाई है. बॉलीवुड क्लासेस के लिए है. ये कुछ लोगों के लिए काम करता है. जब आप चैलेंज करोगे तो वे लोग भड़केंगे ही.''
मणिकर्णिका को सपोर्ट ना करने पर भड़कीं कंगना
कंगना ने सेलेब्स पर हमला करते हुए कहा ''मणिकर्णिका से पहले मैंने कभी किसी को कुछ नहीं कहा. जब क्वीन रिलीज हुई तो फिल्म के लिए मैं इंडस्ट्री के कई लोगों से मिली और कहा कि सोसाइटी पर बेस्ड इस मूवी को सपोर्ट मिलना चाहिए. क्वीन के बाद मेरी कई फिल्मों आईं, लेकिन उन्हें किसी का सपोर्ट नहीं मिला. मणिकर्णिका सिर्फ मेरी फिल्म नहीं थी. ये मूवी हर भारतीय के लिए बनी.''
उन्होंने कहा- ''मणिकर्णिका के लिए मैं कई लोगों के पास गई. लेकिन किसी ने कुछ नहीं कहा. मूवी देखने के बाद मुझे कई लोगों के फोन आए. मगर जब मैंने उनसे कहा कि इसके सपोर्ट में ट्वीट करो तो वे एकदम गायब हो गए. मुझे अजीब लगता है कि कई फीमेल एक्ट्रेसेस ने मुझसे कहा कि तुम तो स्ट्रॉन्ग हो, लेकिन मैं अकेली हूं. इसलिए मैं कुछ नहीं लिख सकती, ना ही कुछ कह सकती हूं. ये बेहूदा है.''