अभिनय की दुनिया में कमल हासन को एक खास जगह हासिल है. इस समझ और कला के स्तर पर कुछ ही लोग चुने जाते हैं. सोमवार को चेन्नई में इंडिया टुडे कॉनक्लेव साउथ में वह पहुंचे. इस दौरान उन्होंने अपने फिल्मी करियर और बॉलीवुड छोड़ने को लेकर कई खास बातें कहीं. कमल हासन ने कहा कि अगर जलीकट्टू को प्रतिबंधित किया जाता है तो फिर बिरयानी पर भी रोक लगाई जानी चाहिए. कमल हासन के इस बयान पर विवाद खड़ा हो गया है. गौरतलब है कि जलीकट्टू तमिलनाडु की एक ऐसी धार्मिक परंपरा है जिसमें साड़ों को भड़का कर फिर उन्हें काबू करने का खेल आयोजित किया जाता है.
कमल हासन ने कहा- बॉलीवुड का स्टाइल, मेरा स्टाइल नहीं
- इंडिया टुडे कॉनक्लेव साउथ में कमल हासन ने कहा- फिल्म पर काम करना लंबे समय तक बॉलीवुड का स्टाइल है, मेरा नही.
- मैंने बॉलीवुड को अंडरवर्ल्ड के प्रेशर के चलते छोड़ा, ब्लैक मनी के चलते नहीं
- मेरी नजर में दिलीप कुमार, शिवाजी गणेशन और चार्ली चैपलिन ट्रेंडसेटर हैं
- मैं दिलीप कुमार के हाथ चूमता था क्योंकि वे मेरे गॉडफादर हैं
- फिल्में बनाना हमेशा फायदे का सौदा नहीं होता. मैं 21 साल की उम्र में फिल्म बनाना चाहता था लेकिन तब लोगों ने कहा कि मुझ कोई गंभीरता से नहीं लेगा.
- श्रीदेवी मेरी फेवरेट कोस्टार हैं. चीजों और किरदार को समझने की उनके पास बेहतरीन कला है.
- मेरे लिए बेस्ट रोल खुद अपने आप को अच्छी तरह जीना है
ओम पुरी को किया याद
उन्होंने 'चाची 420' के अपने कोस्टार ओम
पुरी को भी याद किया. बता दें कि दिग्गज अभिनेता का निधन 6 जनवरी को हुआ
है. ओम पुरी के बारे में कमल हासन ने कहा कि 'चाची 420' में ओम पुरी
को डायरेक्ट करना अच्छा अनुभव था. वह किरदार में बेहद खूबसूरती से ढल
जाते थे. उनकी ईमानदारी और काम को लेकर अप्रोच हमेशा याद रहेगी.
डेथ के बारे में कमल हासन क्या सोचते हैं, इस पर उन्होंने कहा कि उनको मौत से कोई शिकायत नहीं है क्योंकि इससे कोई बच नहीं सकता. बॉलीवुड में भी उन्होंने कुछ फिल्मों में काम किया है. इनमें से एक है ''