भारत में फिल्मों का विधिवत निर्माण 1950-60 के दशक में शुरू हो गया था, लेकिन टीवी सीरियल्स के निर्माण में लंबा वक्त लगा. टीवी सीरियल्स की शुरुआत 1980 के दशक में हुई.
पहला भारतीय टीवी सीरियल 'हम लोग' नाम से दूरदर्शन पर 1984 में प्रसारित हुआ. इसे पी. कुमार वासुदेव ने निर्देशित किया था. ये सीरियल मनोहर श्याम जोशी ने लिखा था. इसमें एक मध्यमवर्गीय भारतीय परिवार के संघर्ष को दिखाया गया था.
कुमकुम भाग्य की 'दादी' का डांस वीडियो वायरल, 75वें बर्थडे पर यूं नाचीं
जब 'हम लोग' खत्म हुआ, तब ये भारतीय इतिहास का सबसे लंबे समय तक चलने वाला टीवी सीरियल था. इसके 154 एपिसोड प्रसारित किए गए. सामान्यत: एक एपिसोड 25 मिनट का होता था, लेकिन इसका आखिरी एपिसोड 55 मिनट का प्रसारित किया गया. 'हम लोग' की सफलता और लोकप्रियता के बाद अन्य टीवी शो का निर्माण भी होने लगा. इनमें फौजी, भारत एक खोज, वागले की दुनिया, दिल दरिया आदि प्रसारित हुए.
'कुमकुम भाग्य' की एक्ट्रेस से पुलिसवाले ने की शर्मनाक मांग, ऐसे खुली पोल
इसके बाद टीवी सीरियल्स की आमद 2000 में प्राइवेट चैनल्स आने के बाद शुरू हुई. इसमें जी, सोनी आदि चैनल पर शो आए. एकता कपूर के बालाजी टेलीफिल्म्स ने लगातार टीवी शो बनाए. इसी के साथ बायोग्राफी पर सोप ऑपेरा का दौर शुरू हुआ. छत्रपति शिवाजी, चाणक्य, झांसी की रानी आदि की कहानियां छोटे परदे पर आईं. महाभारत, श्रीकृष्णा, रामायण आदि ने टीवी सीरियल्स को घर-घर में लोकप्रिय बना दिया. जैसे जैसे चैनल बढ़ते गए और डिजिटल युग ने दस्तक की, टीवी सीरियल्स की बाढ़ सी आ गई. 2000 के दशक में रियलिटी शो का दौर शुरू हुआ. बिग बॉस, कौन बनेगा करोड़पति, खतरों के खिलाड़ी और तमाम डांस शो शुरू हुए.